NMDC NSL: नगरनार बना देश का पहला स्टील प्लांट, जिसे मिला एक साथ 4 तोहफा

  • एनएसएल के सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताभ मुखर्जी ने कहा, “हमें इन प्रतिष्ठित आईएसओ प्रमाणपत्रों को प्राप्त करने पर बहुत गर्व है

सूचनाजी न्यूज, नगरनार। एनएमडीसी स्टील लिमिटेड (NMDC Steel Limited) (एनएसएल) ने भारत में पहला एकीकृत इस्पात संयंत्र होने का अनूठा गौरव प्राप्त किया है, जिसे एक साथ चार एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (आईएसओ) लाइसेंस प्रदान किए गए हैं।

ये खबर भी पढ़ें: सेल बोनस: शाम ढलते ही जली BSP कर्मचारियों के गुस्से की लौ, निकला मशाल जुलूस

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के उप महानिदेशक ने सोमवार को कोलकाता में एनएसएल के कार्यकारी निदेशक एवं अध्यक्ष, NSL स्टील प्लांट, नगरनार के प्रवीण कुमार को लाइसेंस प्रमाण पत्र प्रदान किए।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई इस्पात संयंत्र के वायर रॉड मिल को नई रिंग ग्राइंडिंग मशीन की सौगात

प्रदान किए गए लाइसेंसों में पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस) आईएसओ 14001; गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली (क्यूएमएस) आईएसओ 9001; व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (ओएचएसएमएस) आईएसओ 45001 और ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली (ईएनएमएस) आईएसओ 50001 शामिल हैं।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट में गैस रिसाव, मॉक ड्रिल में 4 कर्मी गिरे, देखिए भयानक फोटो

प्रदान किए गए लाइसेंसों में पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस) आईएसओ 14001; गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली (क्यूएमएस) आईएसओ 9001; व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (ओएचएसएमएस) आईएसओ 45001 और ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली (ईएनएमएस) आईएसओ 50001 शामिल हैं।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई टाउनशिप में हादसा, कार की चपेट में साइकिल सवार बीएसपी कर्मी

सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताभ मुखर्जी का बड़ा बयान

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर प्रसन्न एनएसएल के सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताभ मुखर्जी ने कहा, “हमें इन प्रतिष्ठित आईएसओ प्रमाणपत्रों को प्राप्त करने पर बहुत गर्व है, जो न केवल हमारी तकनीकी विशेषज्ञता को स्वीकार करते हैं, बल्कि भारत में इस्पात उत्पादन के मानकों को ऊंचा उठाने के हमारे दृढ़ संकल्प को भी स्वीकार करते हैं।

ये खबर भी पढ़ें: EPS 95 Pension: वरिष्ठ नागरिकों की दुर्दशा और सरकार की खामोशी पर पेंशनर्स के मन की बात

यह मील का पत्थर निरंतर सुधार और नवाचार की शक्ति में हमारे विश्वास को मजबूत करता है। भविष्य को देखते हुए, NSL ब्रेक-ईवन की राह पर है और हम वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही तक इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

ये खबर भी पढ़ें: Breaking News: SAIL Rourkela Steel Plant में ब्लास्ट, अधिकारी समेत 6 जख्मी, आइसीयू में भर्ती

जानिए इस BIS प्रमाणपत्र का महत्व

BIS प्रमाणपत्र भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा जारी किए गए प्रमाणन को संदर्भित करता है जो दर्शाता है कि कोई उत्पाद विशिष्ट गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को पूरा करता है। प्रमाणन प्रक्रिया में प्रासंगिक भारतीय मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए कठोर परीक्षण और मूल्यांकन शामिल है।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL बोनस की आग में आज धधकेंगे कर्मचारी, BAKS का भिलाई-बोकारो में मशाल जुलूस

ये प्रमाणन NSL के मूल्यों और गुणवत्ता प्रदान करने, सुरक्षा बनाए रखने और पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति इसकी गहरी प्रतिबद्धता के सार को दर्शाते हैं। BIS से मान्यता कठोर मानकों को पूरा करने के लिए NMDC स्टील लिमिटेड के समर्पण और निरंतर सुधार की इसकी निरंतर खोज को रेखांकित करती है।

ये खबर भी पढ़ें: FSNL के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल शुरू, कामकाज पूरी तरह ठप, मोदी सरकार पर उठी अंगुली

NSL कलेक्टिव उम्मीदों पर खरा उतरेगा

NSL के ED और NSL स्टील प्लांट, नगरनार के प्रमुख के प्रवीण कुमार ने NSL की प्रतिष्ठा को बनाए रखने का संकल्प लेते हुए कहा, “हम निरंतर सुधार की दिशा में अपनी यात्रा जारी रखने के लिए तत्पर हैं। आज की मान्यता हमारे ऊपर निर्धारित मानकों पर खरा उतरने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी डालती है, मुझे पूरा यकीन है कि NSL कलेक्टिव उम्मीदों पर खरा उतरेगा”।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई टाउनशिप: लीज नवीनीकरण पर बीएसपी-दुकानदारों में फिर ठनी, हाईकोर्ट और ताजा विवाद पर 29 को बैठक