उच्च पेंशन को लेकर ईपीएफओ (EPFO) की तरफ से कवायद चल रही है। इधर-स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority Of India Limited) ने भी सर्कुलर जारी कर अंशदान की जानकारी साझा की है।
अज़मत अली, भिलाई। एनपीएस (NPS) पेंशन अंशदान को लेकर सेल के कर्मचारियों में काफी भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है। कुछ श्रमिक नेताओं ने सोशल मीडिया पर ऐसा मैसेज छोड़ दिया, जिसको लेकर कर्मचारी और अधिकारी वर्ग के बीच खाई बढ़ती दिख रही है। सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority Of India Limited) कर्मचारियों के लिए 3 प्रतिशत और अधिकारियों के लिए 6 प्रतिशत एनपीएस खाते में कंपनी अंशदान जमा करने जा रही है।
यह मैसेज वायरल होते ही तरह-तरह की बातें सामने आने लगी। इसकी सच्चाई जानने के लिए सेल कारपोरेट आफिस के फाइनेंस डिपार्टमेंट के वरिष्ठ अधिकारी से संपर्क किया गया। कारपोरेट आफिस ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भ्रम नहीं है। कर्मचारी और अधिकारी दोनों का 3 प्रतिशत ही अंशदान फिलहाल, जमा हो रहा है। 6 प्रतिशत की बात कहीं भी सर्कुलर में नहीं है। मौजूदा समय में एक साथ दोनों वर्ग का अंशदान 3 प्रतिशत ही जमा होगा।
बता दें कि उच्च पेंशन को लेकर ईपीएफओ (EPFO) की तरफ से कवायद चल रही है। इधर-स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority Of India Limited) ने भी सर्कुलर जारी कर अंशदान की जानकारी साझा की है।
सेल पेंशन योजना (SAIL Pension Scheme) का संचालन सेल पेंशन ट्रस्ट के माध्यम से किया जाता है। सेल पेंशन योजना के अनुसार, वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर हर साल ऑन-रोल कर्मचारियों के एनपीएस खाते में मूल वेतन प्लस डीए का 3% से 9% तक पेंशन योगदान जमा किया जाता है। वित्तीय वर्ष 31 मार्च को खत्म होगा। इसलिए अभी सभी का 3 प्रतिशत ही अंशदान जमा किया जा रहा है।
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सेल में पूर्व की व्यवस्था के तहत करीब डेढ साल बाद अंशदान जमा किया जाता था। अब हर महीने जमा होगा। अभी मंथली जो राशि आएगी वह 3 प्रतिशत जमा की जाएगी। नवंबर 2021 से अधिकारी और कर्मचारी का प्रॉफिट में 9 प्रतिशत और नुकसान में 3 प्रतिशत अंशदान कर दिया गया है।
पहले अधिकारी का 9 प्रतिशत प्रॉफिट में और नुकसान पर 3 प्रतिशत था। कर्मचारियों का प्रॉफिट में 6 प्रतिशत और लॉस में 2 प्रतिशत था। नवंबर 2021 के वेज रिवीजन के अंतर्गत सबका 9 और 3 प्रतिशत कर दिया गया है। मंथली अंशदान लॉस के आधार पर हो रहा है। दोनों का 3 प्रतिशत ही जमा होगा। 6 प्रतिशत अधिकारियों का जमा नहीं हो रहा है। अगर, कंपनी प्रॉफिट में आई तो डिफरेंस राशि इस साल की जून या जुलाई में जमा की जाएगी।