- एरियर, इंक्रीमेंट, विशाखापट्टनम के कर्मचारियों के हित में कुछ फैसला नहीं होने से दो यूनियनों ने साइन से किया इन्कार।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के कर्मचारियों के लिए दिल्ली में नेशनल ज्वाइंट कमेटी फॉर स्टील इंडस्ट्री-एनजेसीएस (National Joint Committee for Steel Industry-NJCS) की महाबैठक हुई। पांच यूनियनों में से 3 एक तरफ रहीं। दो यूनियनों ने प्रबंधन के प्रस्ताव का विरोध करते हुए समझौते पर साइन नहीं किया। तीन यूनियनों बीएमएस, इंटक और एचएमएस के बहुमत के आधार पर सेल प्रबंधन ने नाइट शिफ्ट एलाउंस के समझौते पर साइन करा लिया।
सीटू से विश्वरूप बनर्जी और एटक से डी. आदिनारायण ने साइन नहीं किया है। एसडब्ल्यूएफआई (SWFI) के महासचिव ललित मोहन मिश्र ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि शुरुआत से ही प्रबंधन का रवैया कर्मचारियों के हित में नहीं दिख रहा था। हम लोग शुरु से 39 माह के बकाया एरियर पर बात करते रहे। लेकिन, प्रबंधन ने बहुमत का सहारा लेकर साइन करा लिया।
सीटू और एटक द्वारा साइन नहीं करने के पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि एरियर, इंक्रीमेंट, विशाखापट्टनम के कर्मचारियों के हित में कुछ फैसला नहीं हो रहा है। लिखित में आश्वासन मांगा जा रहा था, लेकिन प्रबंधन ने टिप्पणी करने से ही इन्कार कर दिया।
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ललित मोहन मिश्र ने बताया कि एमओयू के समय ही बकाया एरियर के लिए लिखित आश्वासन मांगा गया था। प्रबंधन ने टाल-मटोल किया। अब फिर वही रवैया अपनाया गया। इसलिए सीटू और एटक ने समझौते पर साइन नहीं किया। समझौते पर एचएमएस से राजेंद्र सिंह, बीएमएस से डीके पांडेय और इंटक से हरजित सिंह ने साइन किया है।
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ललित मोहन मिश्र ने आगे की रणनीति भी साझा की है। उनका कहना है कि अब कर्मचारियों के बकाया एरियर को लेकर प्रबंधन खामोश है। हम पांचों यूनियन एक साथ आवाज उठा रहे थे, लेकिन एकता को तोड़ दिया गया। इसलिए कर्मचारी एकजुट हो जाएं। जल्द ही स्ट्राइक की नोटिस दी जाएगी। और बकाया एरियर लेकर रहेंगे।