- हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन-सीटू के महासचिव योगेश सोनी और पूर्व अध्यक्ष जमील अहमद पर गाज गिर गई है।
अज़मत अली, भिलाई। श्रमिक आंदोलन करने वाले दो नेताओं को लाखों की चपत लग गई। मजदूरों को हक दिलाने के लिए भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सड़क पर विरोध प्रदर्शन करना भारी पड़ गया है। दो इंक्रीमेंट और प्रमोशन से वंचित सीटू के दो श्रमिक नेताओं को एक और झटका लग गया है।
एक अन्य मामले में दो साल के लिए इंक्रीमेंट डाउन कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि करीब 20 से 22 हजार रुपए हर महीने का नुकसान होना शुरू हो रहा है। सालाना लाखों रुपए की चपत लगनी तय है। फाइनल पेमेंट में यह राशि कई लाख रुपए हो जाएगी।
भिलाई स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों के लिए आवाज उठाने वाले हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन-सीटू के महासचिव योगेश सोनी और पूर्व अध्यक्ष जमीन अहमद पर गाज गिर गई है। योगेश सोनी पॉवर सिस्टम डिपार्टमेंट-पीएसडी और जमील अहमद प्लेट मिल इंस्ट्रूमेंटेशन में कार्यरत हैं।
सेक्टर-9 हॉस्पिटल के लाउंड्री में कार्यरत मजदूरों की छंटनी और एजुकेशन के कामगारों को पूरा वेतन नहीं दिए जाने आदि के खिलाफ 18 जून 2020 को आइआर विभाग के सामने प्रदर्शन किया गया था।
इसके आरोप में जून 2022 में दो इंक्रीमेंट डाउन और प्रमोशन रोकने की सजा दी गई थी। उसी समय पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के मजदूरों से वसूली का आरोप लगाते हुए पीएचडी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था, जिसकी सजा अब दी गई इसी के साथ एक और सजा मिल गई है। दो इंक्रीमेंट और काट दिया गया है।
श्रमिकों के हित में प्रदर्शन किया गया था। बताया जा रहा है कि विभागीय जांच में स्पष्ट हो गया था कि योगेश सोनी और जमील अहमद शामिल थे, लेकिन कोई बाधा उत्पन्न नहीं की थी। बावजूद, बड़ी सजा दे दी गई है। मजदूरों की आवाज दबाने के लिए प्रबंधन ने यह खेल खेला है। 30 दिन का समय दिया गया है। अपील करने का मौका दिया गया है।
दो साल बाद इंक्रीमेंट तो वापस मिल जाएगा। लेकिन जो पैसा काटा जा चुका है, वह वापस नहीं होता है। एस-8 से एस-9 में प्रमोट होना था, जिससे वंचित हो चुके हैं। इंक्रीमेंट नहीं मिल रहा है। डीए, पर्क्स, इंक्रीमेंट का नुकसान परिवार पर भारी पड़ने वाला है।
कर्मचारियों का कहना है कि विभाग में कोई भी उत्पादन नहीं रोका है। छुट्टी लेकर प्रदर्शन किया। पॉवर सिस्टम डिपार्टमेंट के एचओडी आरआर ठाकुर की तरफ से पत्र दिया गया है।