– श्री जगन्नाथ मंदिर सेक्टर-4 में हर्षोल्लास से देवस्नान पूर्णिमा संपन्न, हरे नाम कीर्तन से गूंजा मंदिर।
– देवस्नान के पश्चात देव पड़े बीमार। मंदिर के पट हुए बंद। 5 जुलाई 2024 को खुलेंगे पट।
– देव स्नान मंडप में महाप्रभु श्री जगन्नाथ स्वामी, बड़े भाई भगवान श्री बलभद्र देव तथा बहन माता सुभद्रा को सुगंधित व औषधि युक्त जल से स्नान कराया गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। श्री जगन्नाथ मंदिर सेक्टर-4 में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महाप्रभु श्री जगन्नाथ स्वामी जी की 55 वीं रथयात्रा महोत्सव 2024 मनाने जा रही है। रथयात्रा की पहली कड़ी के रुप में आज श्री जगन्नाथ मंदिर सेक्टर-4 में देवस्नान पूर्णिमा का धार्मिक आयोजन संपन्न हुआ। इस आयोजन के तहत महाप्रभु को बाजे-गाजे के साथ पहंडी करते हुए मंदिर से निकाल कर नवनिर्मित देव स्नान मंडप पर लाया गया।
देव स्नान मंडप में समस्त विधि-विधान के साथ महाप्रभु श्री जगन्नाथ स्वामी, बड़े भाई भगवान श्री बलभद्र देव, तथा बहन माता सुभद्रा को सुगंधित व औषधि युक्त जल से स्नान कराया गया। देव स्नान की यह धार्मिक पूजा समस्त रीति-रिवाजों के साथ पुरोहित पितवास पाढ़ी, सीमांचल रथ तथा प्रकाश दास, रंजन महापात्र, रंजीत रथ, सुशांत सतपथी,सरोज दास द्वारा संपन्न्न किया गया। देव स्नान के पश्चात महाप्रभु का गजराज भेष के रूप में श्रृंगार किया गया।
देव स्नान के पश्चात महाप्रभु के बीमार पड़ने के कारण उन्हे विश्राम हेतु अणसर गृह में स्थापित किया गया। शनिवार से लेकर 5 जुलाई के नेत्र उत्सव तक महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के मंदिर के पट बंद रहेंगे। इस अवधि में महाप्रभु को विभिन्न जड़ी बूटियों व दिव्य औषधियों का भोग लगाया जाएगा।
5 जुलाई को नेत्र उत्सव का आयोजन किया जायेगा। तत्पश्चात महाप्रभु के मंदिर का पट दर्शन हेतु खोले जायेंगे। इसके बाद दिनांक 7 जुलाई को दोपहर 1.00 बजे सेक्टर-4 स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से रथयात्रा निकाली जायेगी।
जगन्नाथ समिति सेक्टर 4 के महासचिव सत्यवान नायक ने बताया कि देव स्नान के इस पावन उत्सव को सफल बनाने में जगन्नाथ समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र सतपति एवं महासचिव सत्यवान नायक सहित समिति के पदाधिकारी अनाम नाहक, वृंदावन स्वांई,डी त्रिनाथ, बसंत प्रधान, त्रिनाथ साहू, भीम स्वांई, सीमांचल बेहरा, सुशांत सतपथी, बीसी बिस्वाल, कालू बेहरा, बीसी केशन साहू, निरंजन महाराणा, सुभाष पात्रो,प्रकाश स्वांई, कवि बिस्वाल, कैलाश पात्रो, एस दलाई, शत्रुघन डाकूआ,रबि स्वांई, जगन्नाथ पटनायक ने विशेष योगदान दिया।
इस अवसर पर समिति के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे। देव स्नान के विभिन्न पूजा कर्म व पहंडी कार्यक्रम पण्डित सर्वश्री पितवास पाढ़ी के नेतृत्व में विधि विधान से सम्पन्न किया गया ।