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मां महामाया Airport अंबिकापुर का Runway तैयार, CM भूपेश बघेल ने किया निरीक्षण, रायपुर, बिलासपुर, बनारस, दिल्ली की होगी हवाई सेवा शुरू

मां महामाया Airport अंबिकापुर का Runway तैयार, CM भूपेश बघेल ने किया निरीक्षण, रायपुर, बिलासपुर, बनारस, दिल्ली की होगी हवाई सेवा शुरू
  • हवाई सेवा को विस्तार देने के लिए डीजीसीए की टीम से लाईसेंसिंग की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के संबंध में चर्चा की।

सूचनाजी न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ को देश के अन्य शहरों जोड़ने के लिए उड़ान सेवा पर जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर, बिलासपुर, बनारस, दिल्ली के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट प्रारंभ करने पर फोकस किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार को मां महामाया एयरपोर्ट अंबिकापुर पहुंचे।

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इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी साथ रहे। खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, सीजीएमसी अध्यक्ष एवं लुण्ड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम, आईजी रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर कुन्दन कुमार, एसपी भावना गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत विश्वदीप सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने रनवे पर स्वागत किया।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रनवे का निरीक्षण किया। रिकॉर्ड समय में हैलीपैड बनाने के लिए अधिकारियों की तारीफ़ की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रायपुर, बिलासपुर, बनारस, दिल्ली के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट प्रारंभ करने के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। लाइसेंस मिल जाने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की बात कही। हवाई सेवा को विस्तार देने के लिए डीजीसीए की टीम से लाईसेंसिंग की प्रक्रिया में तेज़ी लाने के संबंध में चर्चा की।

सीएम ने रनवे देखा और गुणवत्तायुक्त कार्य तय समय पर पूरा होने अधिकारियों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि सरगुजा में महामाया एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए लंबे समय से चर्चा प्रदेश स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर हो रही थी। मैं हमेशा स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव से तथा खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से इस संबंध में चर्चा करता था। साथ ही हम लगातार दिल्ली में विमानन मंत्रालय से भी संपर्क में थे। आज यह एयरपोर्ट बड़े विमानों को उतारने के लिए भी तैयार हो गया है।

48 करोड़ रुपये की लागत से बनी अट्ठारह सौ मीटर एयर स्ट्रिप से यह संभव हो गया है। यह पूरा क्षेत्र 374 एकड़ में है और भविष्य में अधिक संख्या में बड़े विमानों के उतारने के लिए हमने एयरपोर्ट के अधिक विकास के लिए भी कार्य योजना बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 दिनों बाद डीजीसीए की टीम यहां निरीक्षण के लिए आने वाली है। इसके तुरंत बाद हम लाइसेंस के लिए आवेदन लगा देंगे।

लाइसेंस के आवेदन लगाने के बाद सामान्यतः 25 दिनों में लाइसेंस जारी हो जाता है। हम अंबिकापुर से दिल्ली बनारस और रायपुर की फ्लाइट शुरू करने का सुझाव विमानन मंत्रालय को देंगे। सुझाव के स्वीकृत हो जाने से इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास की बड़ी संभावनाएं बनेंगी। 3 दिन बनारस की फ्लाइट और 3 दिन दिल्ली की फ्लाइट आरंभ होने से सरगुजा की सुंदरता विमानन रूट के माध्यम से भी उपलब्ध हो जाएगी और लोग सहजता से सरगुजा पहुंच पाएंगे। सरगुजा की खूबसूरती विलक्षण है और अब विमानन सुविधा उपलब्ध होने से पूरे देश के पर्यटक यहां के जंगल और पहाड़ियां की प्राकृतिक सुंदरता निहार सकेंगे।

वे मैनपाट देख सकेंगे और सरगुजा में रामगढ़ की पहाड़ियां देख सकेंगे। इसके साथ ही तातापानी के गर्म जल के स्रोत भी देख सकेंगे। इस तरह से सरगुजा पर्यटन नक्शे में तेजी से प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरगुजा एयरपोर्ट देश के सबसे पुराने एयरपोर्ट में से एक है। आजादी के बाद 1950 में यहां डब्ल्यूबीएम एयरपोर्ट बनाया गया था। 1974 में इंदिरा जी यहां आईं थीं।

अब जब यह एयरपोर्ट विकसित हो गया है तो निजी विमान भी यहां उतर सकेंगे और बड़े विमानों की लैंडिंग से सरगुजा के पर्यटन का तेजी से विकास होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्टूबर-नवंबर का समय सरगुजा को देखने के लिए सबसे अच्छा समय होता है विमानन सुविधा आरंभ होने से यहां पर बड़े पैमाने पर टूरिस्ट इस मौके पर पहुंचेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां रामवन गमन पथ भी पर्यटक देख सकेंगे। सरगुजा का स्वर्ग जैसा दृश्य देख सकेंगे। पुराना अनुभव साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जब यहां विमान की लैंडिग होती थी तो गोता लगाने जैसा अनुभव होता था। अब शानदार एयर स्ट्रिप बन जाने से स्मूथ लैंडिंग हो रही है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट निर्माण में लगी 5 महिलाओं को साड़ी देकर सम्मानित किया।