न्यूनतम मजदूरी मांगने पर गेट पास को हथियार बनाकर मजदूरों को कम से बेदखल किया जा रहा है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल बीएसएल (SAIL BSL) के कर्मचारियों के लंबित मांगों का निपटारा अब तक नहीं हो पाया है। बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक की ठेका प्रकोष्ठ की बैठक प्राण सिंह की अध्यक्षता में यूनियन कार्यालय 3D 823 में संपन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि 2024 ठेका मजदूरों का संघर्ष का वर्ष होगा। देश की मोदी सरकार के ईसारे पर सेल प्रबंधन ठीक मजदूरों का वेज रिवीजन को रोक रखा है। हर दिन कानून में परिवर्तन कर मजदूर पर हमला कर रही है और सुविधाओं में कटौती कर रही है।
बोकारो स्टील प्लांट में बने सी एल सी रूल का पालन नहीं हो रहा है। न्यूनतम मजदूरी मांगने पर गेट पास को हथियार बनाकर मजदूरों को काम से बेदखल किया जा रहा है, जिसका जीता जागता उदाहरण मशीन शॉप के लक्ष्मी कंस्ट्रक्शन के आर बी पांडे ठेकेदार द्वारा पिछले 6 महीने से 15 मजदूरों को कम से बैठा दिया गया है। वहां के मुख्य महाप्रबंधक की बात को भी ठेकेदार मानने से इनकार कर रहे हैं।
ट्रैफिक विभाग का तो और भी बुरा हाल है। यहां के मुख्य महाप्रबंधक ठेकेदार से मिलकर नियम कानून को ताक पर रखकर मजदूरों का शोषण जारी है, पिछले 6 माह से यहां के ठेका मजदूर काम से वंचित हैं।
ठेकेदारों का मनोबल बढ़ता जा रहा
रामाश्रय प्रसाद ने कहा-बोकारो पावर सप्लाई कंपनी लिमिटेड में तो मामला और भी गंभीर है। यहां के ठेकेदार का मनोबल इतना बड़ा है कि कंपनी के सीईओ आदेश का भी ठेकेदार अवहेलना कर रहे हैं।
उन्होंने मजदूरों को आह्वान किया कि एकमात्र रास्ता संघर्ष है, हर बार मजदूर जीता है इस बार भी मजदूर जीतेगा और मजदूर विरोधी ताकत हारेगी। इसके खिलाफ नए वर्ष 1 जनवरी 2024 को एडीएम पास सेक्सन पर ठेका मजदूरों का जोरदार प्रदर्शन होगा। ठेकेदार और प्रबंधन को चेतावनी दिया जाएगा।
यूनियन की बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक को यूनियन के अवर महामंत्री अबू नसर ने भी संबोधित किया। बैठक में मुख्य रूप से ओमप्रकाश पप्पू मोइन आलम, जितेंद्र कुमार, उदय प्रताप, सहदेव महतो, आनंद सिंह, दिलीप कुमार, वीरेंद्र, संजय पाल, तपेश्वर गोराई, रामप्रसाद मुर्मू, सकी इमाम, मनोज प्रसाद, वीरेंद्र चौधरी, खड़ा नंद गिरी, रंजीत, दीपक कुमार रामचंद्र मांझी, अरुण. गोपाल साहू आदि मौजूद रहे।