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SAIL NEWS: 3 महीने बाद भी नहीं सुधरी आधे-अधूरे बायोमेट्रिक फेस रीडिंग सिस्टम की प्रॉब्लम

SAIL NEWS: 3 महीने बाद भी नहीं सुधरी आधे-अधूरे बायोमेट्रिक फेस रीडिंग सिस्टम की प्रॉब्लम
  • सीटू द्वारा रखे गए समस्याओं के निराकरण के सम्बन्ध में महाप्रबंधक सूरज सोनी ने सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बायोमेट्रिक (Biometric) को लेकर समस्या समाधान अब भी नहीं हो सका है। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन के नाम पत्र देकर सीटू ने कहा कि 5 अगस्त 2024 को आधे अधूरे बायोमेट्रिक फेस रीडिंग अटेंडेंस सिस्टम (Biometric Face Reading Attendance System) में बहुत सी परेशानियां विद्यमान है, जिसे ठीक करने की आवश्यकता है।

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आज 3 माह बीत जाने के बाद भी ऐसा लगता है कि प्रबंधन द्वारा कोई विशेष प्रयास नहीं किया गया, जिसके कारण बहुत सी परेशानियां जस की तस है। सीटू द्वारा रखे गए समस्याओं के निराकरण के सम्बन्ध में महाप्रबंधक सूरज सोनी ने सकारात्मक पहल कर जल्द ही परिणाम आने का आश्वासन दिया।

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प्रबंधन इच्छा शक्ति दिखाएं तो सब ठीक हो जाए

सीटू नेता ने कहा कि यह बात स्पष्ट है कि यदि प्रबंधन इच्छा शक्ति दिखाएं तो सब कुछ ठीक हो सकता है 27 सितंबर को डिप्टी डायरेक्टर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा का दौरा था संयंत्र के अंदर मॉक ड्रिल की व्यवस्था की गई थी जिसे डिप्टी डायरेक्टर स्वयं देखना चाहते थे, उनके संयंत्र आगमन पर मुर्गा चौक से जय स्तंभ चौक और बोरिया गेट के पहले भारी वाहनों को पूरा हटा दिया गया था। इससे यह स्पष्ट है कि प्रबंधन यदि इच्छा शक्ति दिखाए तो सड़क व्यवस्था में सुधार हो सकता है।

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मेन गेट की प्रवेश व्यवस्था को करें दुरुस्त

मेन गेट पर संयंत्र में प्रवेश के लिए सिर्फ चार गेट उपलब्ध है जिसमें सिर्फ एक गेट बीएसपी कर्मियों को अंदर जाने के लिए मिलता है। बाकी गेटों से ठेका कर्मियों को अंदर जाने के लिए मिलता है जबकि निकलने के लिए 10 गेट उपलब्ध होते हैं। इसमें से दो गेटो को बाहर व्हीकल खड़े करने वाले कर्मियों को अंदर जाने के लिए दिया जाना था। परंतु अभी तक कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया है वहीं मेंन गेट में CISF द्वारा कब्जा करके ऑफिस में तब्दील किया गए दो गेटों को वापस नहीं लिया जा सका, बल्कि CISF ने कब्जा किए हुए आफिस में कम्प्यूटर और केबल आदि लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया है।

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इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सीटू द्वारा उठाए गए सवालों का उत्तर देने के लिए प्रबंधन पूरी मेहनत लगा देता है जो कि संभव नहीं हो पा रहा है।

सभी गेटों में प्रवेश एवं निकासी के नहीं खुलते हैं अलग-अलग गेट

संयंत्र के सभी गेटों को अभी तक पूर्व की तरह प्रवेश हेतु प्रथम पाली में सुबह 5.00 बजे से,सामान्य पाली में 8:00 बजे से, द्वितीय पाली में 1:00 बजे से और रात्रि पाली में 9.00 बजे से नहीं खोला जा रहा है।

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इसके साथ ही खुर्सीपार गेट, मरौदा गेट एवं जोरातराई गेट में आने जाने के लिए सिर्फ एक ही तरफ के गेट खोल जा रहा है अर्थात आने के लिए अलग गेट और जाने के लिए अलग गेटों को नहीं खोलता है, जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है।

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इन समस्याओं का भी नहीं निकला है निदान

साथ ही साथ सेक्टर 9 अस्पताल में मेडिकल ओपीडी में डॉक्टर को दिखाए जाने के संबंध में छूट देने, टाउनशिप से संबंधित शिकायतों को कार्मिक विभाग में दर्ज करने की व्यवस्था प्रारंभ करने, इस्पात भवन और एच आर (एल एंड डी) विभाग के बीच की सड़क का चौड़ीकरण करवाने, बायोमेट्रिक आधारित उपस्थिति दर्ज करने पर कर्मचारी द्वारा रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजने, रात्रि पाली भत्ता का डिक्लेरेशन आटो मोड में ही अपने आप ले लेने की व्यवस्था शुरू करवाने, कर्मियों के छुट्टी संबंधी पूरी व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करवाने हेतु टाइम ऑफिस एवं ओ एल ए एम एस की व्यवस्था को यथावत रखने, संयंत्र के सभी गेटों की तरफ आने वाले सभी सड़कों एवं गेटों से विभागों के तरफ जाने वाले सभी सड़कों की आवश्यकता अनुसार मरम्मत करवाने, सभी गेटों के आने और जाने वाले रास्ते पर शेड निर्माण करने, सभी विभागों में कर्मियों की मूलभूत सुविधाओं जैसे केंटीन, रेस्ट रूम, बाथरूम (पुरूषों एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग) भारतीय एवं पाश्चात्य शैली की व्यवस्था सुनिश्चित करने के संबंध में पत्र देखकर मांग की गई थी। किंतु अभी भी अधिकांश विषयों पर स्थिति जस की तस है।

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