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SAIL NJCS मीटिंग: एरियर, HRA, नाइट शिफ्ट एलाउंस, एग्रीमेंट ड्राफ्ट, ग्रेड पर फोकस, दिल्ली में डटे नेताजी

SAIL NJCS मीटिंग: एरियर, HRA, नाइट शिफ्ट एलाउंस, एग्रीमेंट ड्राफ्ट, ग्रेड पर फोकस, दिल्ली में डटे नेताजी
  • फरवरी में बैठक हुई थी, जो बेनतीजा ही समाप्त हो गई थी। एरियर और नाइट शिफ्ट एलाउंस पर फैसला होना था।
  • नेशनल ज्वाइंट कमेटी फार स्टील इंडस्ट्री-एनजेसीएस यूनियन सदस्य भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।

अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) में जूनियर आफिसर परीक्षा बुधवार को हो गई। अब एक और इम्तिहान गुरुवार को दिल्ली में है। NJCS सब कमेटी की मीटिंग दिल्ली में गुरुवार सुबह 11 बजे से होगी। बैठक में 39 माह के बकाया एरियर, एचआरए, एग्रीमेंट का ड्राफ्ट, ग्रेड पर खातसौर से चर्चा की जाएगी।

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एनजेसीएस सब कमेटी की बैठक में ईडी स्तर के अधिकारी, और सभी प्लांट के ईडी पीएंडए, ईडी फाइनेंस के मौजूद रहने की संभावना है। नेशनल ज्वाइंट कमेटी फार स्टील इंडस्ट्री-एनजेसीएस यूनियन सदस्य भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। सीटू से विश्वरूप बनर्जी, इंटक से हरजित सिंह, एचएमएस से राजेंद्र सिंह, एटक से डी. आदिनारायण, बीएमएस से डीके पांडेय आदि शामिल होंगे।

एरियर पर फोकस न होने से अधिक नुकसान हो रहा है।

दिल्ली पहुंच चुके एनजेसीएस नेताओं ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि सेल कर्मचारियों को घाटा हो रहा है। लगातार नुकसान से कर्मचारी आक्रोशित हो चुके हैं। सेल प्रबंधन हालात को और बिगाड़ रही है। एरियर पर फोकस न होने से अधिक नुकसान हो रहा है। समय बीत रहा है।

हर दिन ब्याज का नुकसान हो रहा है। इंक्रीमेंट, हाउस रेंट, बोनस भी इस पर आधारित है। कर्मचारियों के पॉकेट पर सीधा असर पड़ रहा है। प्रबंधन ने 39 माह का बकाया एरियर रोक कर रखा है। प्रबंधन की मंशा है कि भुगतान न किया जाए। लेकिन, कर्मचारी हक लेकर रहेंगे।

स्पेशल इंक्रीमेंट की मांग

सुबह 11 बजे से दिल्ली के स्कोप बिल्डिंग में सब-कमेटी की बैठक होगी। मीटिंग में बकाया 39 माह के एरियर के अलावा स्पेशल इंक्रीमेंट की मांग की जाएगी। नाइट शिफ्ट एलाउंस, एचआरए, एचआरआर, एस-12 का मुद्दा उठाया जाएगा।

बता दें कि फरवरी में बैठक हुई थी, जो बेनतीजा ही समाप्त हो गई थी। एरियर और नाइट शिफ्ट एलाउंस पर फैसला होना था। एलाउंस को लेकर प्रबंधन ने महज 170 रुपए का प्रस्ताव दिया था, जबकि एनजेसीएस यूनियनों ने 320 रुपए से कम में तैयार नहीं थे।

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