- भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन बोला-प्लीज मत कीजिए हड़ताल, नेताजी ये बोलकर आए बाहर।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल कर्मचारियों (SAIL Employees) के लंबित मुद्दों को हल कराने के लिए आंदोलन तेज हो गया है। 29 व 30 जनवरी को दो दिवसीय हड़ताल होने जा रही है। कर्मचारियों के मुद्दे को हल करने के लिए प्रबंधन पर लगातार दबाव डाला जा रहा है। लेकिन प्रबंधन की बातों को सुनने को यूनियन नेता तैयार नहीं हैं।
मंगलवार को बीएसपी प्रबंधन ने हड़ताल नोटिस देने वाली यूनियनों को अलग-अलग समय पर बैठक के लिए बुलाया। सबसे एक ही बात की गई कि प्लीज हड़ताल पर मत जाइए। सारे मुद्दे कारपोरेट स्तर के हैं। इसलिए यहां हड़ताल करने से क्या फायदा।
इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक, लोइमू, स्टील वर्कर्स यूनियन, एक्टू, इस्पात श्रमिक मंच ने हड़ताल का नोटिस दिया है। जबकि बीएमएस और बीएसपी वर्कर्स यूनियन हड़ताल से बाहर है।
इस्पात भवन में सीजीएम पर्सनल संदीप माथुर और जीएम आइआर जेएन ठाकुर ने बैठक की। यूनियन नेताओं ने प्रबंधन से स्पष्ट रूप से कहा कि कर्मचारियों के हित में फैसला कर दीजिए, हड़ताल खत्म हो जाएगी।
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कर्मचारियों का मॉरल समर्थन हम लोगों को खूब मिल रहा है। मुखर होकर साथ दे रहे हैं। एक श्रमिक नेता ने यहां तक बोल दिया है कि रेगुलर कर्मचारियों के मुद्दे अनसुलझे हो गए हैं। इसलिए कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। प्रबंधन ने कहा कि 20 जनवरी को एनजेसीएस की बैठक होने जा रही है। ऐसे में हड़ताल पर जाना उचित नहीं है। इस पर यूनियन नेताओं ने कहा कि अगर, एनजेसीएस बैठक में सारे मुद्दे हल नहीं होते हैं तो निश्चित रूप से ही हड़ताल होगी।
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बीएसपी ने एडवाइजरी की जारी, पढ़िए क्या लिखा है
-आपके श्रमिक संगठन द्वारा विभिन्न मुद्दों पर दिनांक 29/01/24 एवं दिनांक 30/01/24 को दो दिवसीय हड़ताल करने की सूचना दी गई है।
-अधिकांश मुद्दे नीतिगत है, जिनपर निर्णय संयंत्र प्रबंधन के अधिकार क्षेत्र से बाहर हैं और अन्य मुद्दों पर तत्काल संयंत्र स्तर पर निर्णय लेना संभव नहीं है।
-भिलाई इस्पात संयंत्र में औद्योगिक शांति एवं सौहार्द की दीर्घ और गरिमामयी परंपरा रही है, जिसे कारोबार निष्पादन के हित में बनाए रखना जरूरी है।
-कार्य में किसी प्रकार के व्यवधान का प्रतिकूल प्रभाव न केवल उत्पादन बल्कि हमारे श्रमिकों की आय पर भी पड़ता है और आपको विदित ही है कि हडताल या हडताल सम्बन्धी गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिकूल असर कार्मिकों की आय पर भी पड़ता है।
-फिलहाल भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन प्रयासरत है कि हम अपने संसाधनों का पूरा उपयोग उत्पादन उत्पादकता और लाभप्रदता की ओर लगाए और कंपनी को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनायें ताकि सेल और सरकार के विभिन्न स्तरों पर की गई प्रतिबद्धताओं को पूरा किया जा सके।
-उल्लेखनीय है कि औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 के प्रावधानों के अनुसार हडताल के नोटिस को क्षेत्रीय श्रमायुक्त (केन्द्रीय), रायपुर को भेज दिया गया है और आपको सुलहवालों की सूचना जल्द ही प्राप्त होगी।
-यह भी आपको विदित है कि भारत सरकार के द्वारा लौह एवं इस्पात उद्योग को लोक उपयोगी सेवा (Public Utility Service) घोषित किया गया है।
-और सुलह वार्ता लबित होने के दौरान हड़ताल पर जाना अवैध है और ऐसा करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है।
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-आपको यह भी विदित है कि आपके द्वारा उल्लेखित विषयों पर आगामी दिनांक 20/01/24 को सेल निगमित कार्यालय, नई दिल्ली में NJCS फोरम की बैठक आहूत की गई है। अतः उपरोक्त विषयों पर चर्चा के दौरान हड़ताल पर जाना उचित नहीं है।
-आपसे एवं आपके संगठन के अन्य सदस्यों को सलाह दी जाती है कि दिनांक 29/01/24 एवं दिनांक 30/01/24 को हड़ताल में शामिल न हों, कार्य पर निश्चित रूप से उपस्थित हों एवं दूसरे श्रमिकों को भी कार्य में जाने से ना रोके।
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-कृपया यह भी ध्यान रखें कि हड़ताल के संबंध में संयंत्र परिसर एवं संयंत्र के अन्य प्रशासनिक कार्यालयों जो राज्य शासन दद्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित हैं में पोस्टर/बैनर लगाना प्रतिबंधित है। अतः यदि आपकी यूनियन के द्वारा कहीं भी पोस्टर/बैनर लगाया है तो हटा दें।
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