
यूनियन द्वारा कही गई बातों को सुनने के बाद मुख्य महाप्रबंधक सुरक्षा द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द निरीक्षण करा कर कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन की अधिकृत बैठक यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता के दिशा निर्देश पर मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन) देवदत्त सतपथी के साथ हुई, जिसमें अधिकारियों, कर्मचारियों एवं ठेका श्रमिकों की सुरक्षा के दृष्टिगत विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
यूनियन के कार्यकारी महासचिव शिवबहादुर सिंह ने बताया कि संयंत्र में बायोमेट्रिक अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम चालू होने के बाद से बोरिया गेट तथा मेन गेट पर कर्मचारियों के आवागमन का अत्यधिक दबाब देखा जाता रहा है। बावजूद प्रबंधन की ओर से कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे आवागमन आसान हो सके।
पूर्व में बोरिया गेट से फॉरेस्ट एवेन्यू सड़क पर डिवाइडर बनाने की बात कही गई थी। लेकिन अभी तक काम अधूरा ही है। शिवबहादुर सिंह ने कहा कि कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए बीएसपी वर्कर्स यूनियन प्रबंधन से मांग करती है कि बोरिया गेट से जेपी चौक तक सड़क का चौड़ीकरण कर डिवाइडर बनाया जाना चाहिए।
सुबह 8:30 बजे से 9:15 बजे तक फॉरेस्ट एवेन्यू रोड को वनवे किया गया था। गार्ड लगाए गए थे, जिन्हें अब हटा दिया गया है। सामने से दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों का आना चालू है, जिससे आमने-सामने वाहनों के टकराने की प्रबल संभावना बनी रहती है। और किसी बड़ी दुर्घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि संयंत्र के अंदर एमआरडी चौक सहित सभी तरफ की सड़कों का मरम्मत कार्य किया जाना अति आवश्यक है, क्योंकि सड़कों पर बड़े बड़े गड्ढे हो गये हैं।
वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट मरोदा में घट सकती है दुर्घटना
यूनियन के अतिरिक्त महासचिव टी डीलेश्वर राव ने कहा कि वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट मरोदा के फिल्टर हाउस की छत एवं दीवारें अत्यधिक क्षतिग्रस्त हो गई है। वहां पर बीएसपी एवं ठेका श्रमिक कर्मचारियों का हमेशा आना-जाना तथा काम करना रहता है सुरक्षा की दृष्टिकोण से इसका पूर्ण संधारण अति शीघ्र किया जाना आवश्यक है। अन्यथा बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
आपस में गाड़ियों के टकराने की आशंका
सहायक महासचिव विमल कांत पाण्डे ने कहा कि मेन गेट से निकलते समय तीसरी, चौथी और पांचवीं गैलरी बीच में सकरी होने की वजह से कर्मचारियों को गेट से बाहर निकलते समय बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आपस में गाड़ियों के टकराकर गिरने की संभावना बनी रहती है। इसी प्रकार बोरिया गेट में घुसने के समय रेलिंग का रास्ता सकरा होने के कारण कर्मचारियों को प्रवेश करने में काफी परेशानी होती है। इसलिए प्रबन्धन कर्मचारियों की तकलीफ को देखते हुए मेन गेट तथा बोरिया गेट के गैलरी की चौड़ाई अति शीघ्र बढ़ाए, जिससे कर्मचारियों का आना जाना आसान एवं सुरक्षित हो सके।
उन्होंने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र के सभी गेटों में बीएसपी कर्मचारियों के आने जाने के लिए गैलरी चिन्हित होनी चाहिए, जिसमें सिर्फ बीएसपी कर्मचारी ही आना-जाना कर सकें।
भारी वाहनों को 10 बजे तक न होने दें खड़ा
सचिव प्रवीण यादव ने कहा कि बोरिया गेट एवं मेन गेट पर ड्यूटी समय में भारी वाहनों की डबल लाइन में खड़े हो जाने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, उसे बंद कराया जाना चाहिए। प्रबंधन सुबह 10.00 बजे तक किसी भी प्रकार के बड़े वाहन सड़क पर ना खड़ा होने पाएं यह सुनिश्चित करें।
पीएलईएम विभाग में ये काम जल्द करें
वर्किंग कमेटी मेंबर शेख मेहमूद ने कहा कि पीएलईएम विभाग की 2021 में सर्वे ऑफ की गई टाटा-407 विभागीय वाहन को रिप्लेस कर नये वाहन की व्यवस्था जल्द की जाए।
साथ ही उन्होंने कहा कि पाइपलाइन स्ट्रक्चर में प्रयुक्त होने वाली मंकी लैडल सीढ़ी की जगह सुरक्षित स्टेप वाली जिगजैग सीढ़ी का जल्द निर्माण किया जाए। जिससे उम्र दराज कर्मचारियों को ऊपर चढ़ने में आसानी हो सके।
सीजीएम ने कहा-निरीक्षण कर सुधारेंगे व्यवस्था
यूनियन द्वारा कही गई बातों को सुनने के बाद मुख्य महाप्रबंधक सुरक्षा द्वारा आश्वासन दिया गया कि जल्द ही कही गई बातों के लिए स्पॉट निरीक्षण करा कर कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में प्रमुख रूप से प्रबंधन की ओर से देवदत्त सतपथी मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं), सोवन घोष (उप महाप्रबंधक), यूनियन की ओर से कार्यकारी महासचिव शिव बहादुर सिंह, अतिरिक्त महासचिव टी दिलेश्वर राव, सहायक महासचिव विमल कांत पांडे, शेख मेहमूद, सचिव प्रवीण यादव आदि उपस्थित थे।