- ठेकेदारी में काम करने वाले एससी एसटी कैटेगरी के होते हैं और उनका सुपरवाइजर जनरल वर्ग का होता है। एससी-एसटी वर्ग के लोगों को भी सुपरवाइजर में रखा जाए।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के समस्याओं को लेकर केंद्रीय इस्पात मंत्री भारत एचडी कुमार स्वामी से दिल्ली स्थित उद्योग भवन में सेल एससी-एसटी इम्पलाइज फेडरेशन केंद्रीय कमेटी के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की।
पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार रामटेके एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके अभिमन्यु के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल मिला, जिसमें सेल अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के समस्याओं को विस्तार पूर्वक रखा गया। पदाधिकारियों ने कहा कि बीएसएल की जमीन पर बने सभी निजी विद्यालयों में बीएसएल इम्पलाइज के बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर 50% सीट सुनिश्चित किया जाए।
साथ ही बीएसएल में कार्यरत एससी एसटी इम्पलाइज के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाए या तो रांची में। जिस तरह सेल इम्पलाइज के बच्चों को सुविधा मुहैया कराई जा रही है। एससी, एसटी अधिकारियों को जानबूझकर ग्रेड खराब दिया जाता है, ताकि प्रमोशन से वंचित रखा जा सके।
पदाधिकारियों ने कहा-संगठन के द्वारा इस बिंदु को ध्यान दिलाने पर कुछ अधिकारियों को 8 से 10 वर्ष बाद प्रमोशन तो दिया, लेकिन साथ में तबादला भी कर दिया जाता है। इस पर रोक लगाई जाए और समय सीमा के अंदर प्रमोशन दिया जाए।
भारत सरकार के द्वारा एमएसएमई के माध्यम से एससी-एसटी को ठेकेदारी में प्रतिनिधि दिया जाए। एमएसएमई की गाइडलाइन को सेल प्रबंधन अनदेखा करती है। इस पर रोक लगाया जाए। 4% ठेकेदारी सुनिश्चित की जाए।
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति बहुल क्षेत्र में सीएसआर के द्वारा जब भी काम किया जाता है। ठीक से नहीं किया जाता है, इसमें फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल को शामिल किया जाए।
प्रतिनिधियों ने कहा-आयेदिन सभी विभाग में निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। ज्यादातर ठेकेदारी में काम करने वाले एससी एसटी कैटेगरी के होते हैं और उनका सुपरवाइजर जनरल वर्ग का होता है। एससी-एसटी वर्ग के लोगों को भी सुपरवाइजर में रखा जाए।
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बीएसएल में एससी एसटी कर्मचारीयों एवं अधिकारियों के विदेश ट्रेनिंग में प्राथमिकता दी जाए। साथ ही बीएसएल प्रबंधन द्वारा किसी तरह का भी सेफ्टी से संबंधित मीटिंग या ट्रेनिंग बोकारो या उससे बाहर बाहर होता है तो जिस तरह यूनियन के प्रतिनिधि को भेजा जाता है, फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल को भी भेजा जाए।
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ऑफिसर एसोसिएशन का जिस तरह चुनाव कराया जाता है, उसी तरह सेल के सभी यूनिट में एससी एसटी फेडरेशन का चुनाव कराया जाए, ताकि में एससी एसटी के बीच जो आपसी मतभेद उत्पन्न हो रही है, उसे पर रोक लगाया जा सके।
प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील कुमार रामटेके, राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके अभिमन्यु, बाबाराव मून राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, रंजीत कुमार प्रसाद राष्ट्रीय सचिव एवं महेश पासवान संयुक्त महासचिव बोकारो यूनिट से मौजूद रहे।
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