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- दिल्ली में मुख्य केंद्रीय श्रमायुक्त के यहां बैठक।
- सेल प्रबंधन और सीटू में तीखी बहस।
- इंटक, एचएमएस, एटक और बीएमएस एक तरफ।
- सेल कर्मचारियों के बोनस, बकाया एरियर का मामला।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल कर्मचारियों (SAIL Employees) के मुद्दे पर केंद्रीय मुख्य श्रमायुक्त के पास मंगलवार को बैठक हुई, जो विवादित हो चुकी है। एनजेसीएस यूनियनों (NJCS Unions) में खींचतान बढ़ गई है। हालात ऐसे दिख रहे हैं कि कहीं एक और हड़ताल तक बात न पहुंच जाए।
सीटू ने मीटिंग मिनट्स पर साइन करने से इन्कार किया, जिसको आधार बनाकर प्रबंधन ने साइन नहीं किया। प्रबंधन का कहना है कि जब एनजेसीएस यूनियनों (NJCS Unions) में ही एक राय नहीं है, तो एनजेसीएस मीटिंग बुलाकर क्या होगा। कोई फैसला होगा ही नहीं।
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वहीं, सीटू पर बाकी एनजेसीएस यूनियनों (NJCS Unions) की भी भौं चढ़ चुकी है। अब संयुक्त यूनियन का हिस्सा सीटू रहेगा या नहीं, इस पर फैसला होगा। जल्द ही इंटक, एचएमएस, एटक और बीएमएस नेताओं की बैठक होगी। कर्मचारियों के मुद्दे पर आगे की रणनीति बनेगी।
एचएमएस के महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र का कहना है कि सीटू के रवैये ने वाकई मायूस किया है। जो मुद्दा उठाना था, वह एनजेसीएस में उठना था। श्रम विभाग ने हम यूनियन नेताओं की बात को सुना।
एनजेसीएस मीटिंग (NJCS Meeting) तक बात आई। पर जब रिजल्ट का वक्त आया तो सीटू ने पानी फेर दिया। अब प्रबंधन एनजेसीएस मीटिंग से भागेगा। जो काम आसानी से हो रहा था, उसे जटिल कर दिया है।
एनजेसीएस मीटिंग (NJCS Meeting) का हिस्सा रहे एटक के केंद्रीय नेता विद्यासागर गिरी ने कहा-सारी मेहनत पर भंटाधार हो गया। स्टील मजदूरों की जो नई उम्मीद बनी थी, पानी फिर गया। एटक, इंटक, बीएमएस, एचएमएच एक तरफ थे। सीटू अलग राह पर ही चल रहा था।
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इंटक के महासचिव वंश बहादुर सिंह ने कहा-कर्मचारियों के मुद्दे पर सबको एकजुट होकर आगे बढ़ना है। यही प्रयास हो रहा था, लेकिन एनजेसीएस की सहयोगी यूनियन की जिद पर प्रबंधन भी बैठक से बाहर हो गया। कर्मचारियों को बड़ा झटका लगा है।
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बैठक में एचएमएस से राजेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार मिश्र, एटक से विद्यासागर गिरी, सीटू से ललित मोहन मिश्र, इंटक हरजित सिंह, वंश बहादुर सिंह, बीएमएस संजीत बनर्जी शामिल थे।
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