15 जून तक मानसून की दस्तक से पहले टेंट सिटी को हटा कर रेती को पूरी तरह खाली कर दिया जाएगा।
सूचनाजी न्यूज, वाराणसी। बनारस में जनवरी में गंगा पार रेती पर बसाई गई टेंट सिटी को हटाने की कवायद शुरू हो गई है। 15 जून तक मानसून की दस्तक से पहले टेंट सिटी को हटा कर रेती को पूरी तरह खाली कर दिया जाएगा। इस वजह से जून की बुकिंग बंद कर दी गई है। लेकिन, पर्यटकों को मायूसी हाथ नहीं लगेगी। बनारस आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं के विस्तार के क्रम में वॉटर टैक्सी का संचालन शुरू होगा। 15 जून को वॉटर टैक्सी का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
वॉटर टैक्सी के संचालन की जिम्मेदारी परिवहन निगम को दी गई है। प्रथम चरण में चलने वाली दो वॉटर टैक्सी रामनगर से शुरू होकर रविदास घाट, हरिश्चंद्र घाट, दशाश्वमेध, विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार ललिता घाट, मणिकर्णिका घाट होते हुए नमो घाट तक की यात्रा कराएगी।
नमो घाट से भी वॉटर टैक्सी मिलेगी। इससे काशी विश्वनाथ धाम तक जाया जा सकेगा। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक गौरव वर्मा के मुताबिक वॉटर टैक्सी के साथ ही गंगा में एंबुलेंस व शव वाहिनी चलाने की भी योजना है। इसके लिए गुजरात की एक कंपनी ने सीएसआर फंड से 10 वॉटर टैक्सी उपलब्ध कराई है।
वॉटर टैक्सी यात्रियों की मांग के अनुसार अलग-अलग घाट पर जाएगी। यहां से यात्रियों को बैठाने के बाद फिर निर्धारित घाट पर उतारकर आगे बढ़ जाएगी। एक टैक्सी में एक बार में 50 लोग सफर कर सकेंगे। इसमें बैठने की अच्छी सुविधा के साथ खाने-पीने की भी व्यवस्था होगी।
गंगा पार रेती से हटने लगी टेंट सिटी, दीपावली से पहले फिर बसेगी
बनारस में जनवरी में गंगा पार रेती पर बसाई गई टेंट सिटी को हटाने की कवायद शुरू हो गई है। 15 जून तक मानसून की दस्तक से पहले टेंट सिटी को हटा कर रेती को पूरी तरह खाली कर दिया जाएगा। इस वजह से जून की बुकिंग बंद कर दी गई है। जनवरी से अब तक चार महीने में टेंट सिटी में दो लाख से ज्यादा सैलानी ठहर चुके हैं।
वाराणसी विकास प्राधिकरण के सचिव डा. सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मानसून की दस्तक से पहले टेंट सिटी हटाने के लिए सभी को सूचना दी जा चुकी है। टेंट सिटी हटने के बाद यहां स्थापित बिजली, सीवर, पेयजल की सुविधाओं के लिए लगाए गए संसाधनो को हटाया जाएगा। सबको अपने संसाधन सुरक्षित करने होंगे। मानसून का सीजन बीतने के बाद देव दीपावली से पहले रेती पर फिर टेंट सिटी बसाई जाएगी।
सितम्बर से टेंट सिटी बसाने का काम शुरू हो जाएगा। उस समय टेंट सिटी का विस्तार कर क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसका खाका तैयार किया जा रहा है। इस बीच टेंट सिटी बसाने को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में चल रही सुनवाई पर सभी की निगाह लगी हुई है।
एनजीटी में दायर याचिका में कहा गया है कि गंगा की तलहटी में टेंट सिटी बसाना पर्यावरण और पर्यावरणीय कानून के खिलाफ है। टेंट सिटी के मलजल और गंदगी से गंगा के जलीय जीवों को खतरा बताया गया है।