BSP की सुरक्षा को और अधिक पुख्ता करने 37 अधिकारी बने सर्टिफाइड ट्रेनर, जानिए नाम

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा सुरक्षा संवर्धन के लिए इंसीडेंट इंवेस्टिगेशन के क्रॉस फंक्शनल टीम (आई स्क्वेयर सीएफटी टीम) की महत्वपूर्ण बैठक कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) के सभागार में हुई। इस कार्यक्रम में सेल बीएसपी के आई स्क्वेयर सीएफटी टीम के लीडर कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए।

इस अवसर पर आई स्क्वेयर सीएफटी टीम के क्लस्टर ओनर मुख्य महाप्रबंधक (यूआरएम) अनीश सेनगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेस) सौम्य टोकदार, मुख्य महाप्रबंधक (सिंटर प्लांट्स) अनूप कुमार दत्ता, मुख्य महाप्रबंधक (मैकेनिकल) एसके गजभिए, महाप्रबंधक प्रभारी (आरएमडी) इंद्रजीत सेनगुप्ता, महाप्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) मधु पिल्लई, महाप्रबंधक (एसएमएस-2, मैकेनिकल) निर्मल कुमार देठे, चीफ फायर ऑफिसर बीके महापात्र तथा सहायक महाप्रबंधक (वित्त एवं लेखा) एपी पंसारी विशेष रूप से उपस्थित थे।

आई स्क्वायर सीएफटी टीम के लीडर कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संयंत्र में सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए इंसीडेंट इन्वेस्टिगेशन की गंभीरता से सदस्यों को अवगत कराया। साथ ही उन्होंने इंसीडेंट इन्वेस्टिगेशन के “ट्रेन द ट्रेनर” के सभी सफल प्रतिभागियों को बधाई दी।

उन्होंने संयंत्र में इंसीडेंट इन्वेस्टिगेशन में संयंत्र के कार्मिक व अधिकारियों को और अधिक संख्या में प्रशिक्षित करने की जरूरत प्रतिपादित करते हुए, इस संदर्भ में प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ करने का निर्देश दिया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि दुर्घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए इंसिडेंट इन्वेस्टिगेशन में “व्हाय व्हाय एनालिसिस” को गंभीरता से अंजाम देना होगा। जिससे दुर्घटना के मूल कारणों को जाना जा सके और इसे दूर करने तथा इसके पुनरावृत्ति को रोकने के लिए समुचित प्रयास किए जा सके।

कार्यक्रम के प्रारंभ में चीफ फायर ऑफिसर बीके महापात्र ने बैठक की उपादेयता पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही बैठक का प्रारंभ सर्वप्रथम सेफ्टी शेयरिंग से किया गया। आई स्क्वायर सीएफटी टीम के लीडर कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा द्वारा बैठक के अंत में इंसीडेंट इन्वेस्टिगेशन के “ट्रेन द ट्रेनर” प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूर्ण करने वाले प्रशिक्षकों को सर्टिफाइड ट्रेनर के रूप में प्रमाण पत्र प्रदान किए। विदित हो कि इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण के तहत संयंत्र के अधिकारी व कर्मचारियों को इंसीडेंट इन्वेस्टिगेशन के “ट्रेन द ट्रेनर” में निपुण करने हेतु बीएसपी के सुरक्षा कंसलटेंट “स्वस्या सोल्यूशन्स” द्वारा विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया गया है।

इस प्रशिक्षण में निर्धारित मूल्यांकन पद्धति से गुजरने के पश्चात ही निर्धारित अंक प्राप्त करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को सर्टिफाइड ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण देने हेतु पात्रता हासिल होती है। इंसीडेंट इन्वेस्टिगेशन के “ट्रेन द ट्रेनर” में संयंत्र के कुल 37 अधिकारियों को सर्टिफाइड ट्रेनर के रूप में प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

इनमें अजय कौशल, अमित कुमार सिंह, अनुराग पाठक, भरत गोयल, डॉ ए आर सोनटके, बीसी मंडल, गंगाधर मोरे, गौरव सिंघल, गोने अजय कुमार, हेमंत कुमार वर्मा, जनक लाल मेश्राम, कुलदीप सिंह तोमर, मनीष कश्यप, नितिन गोयल, पलवेंद्र सिंह, प्रशांत कुमार, रजत कुमार सरकार, राकेश चैधरी, रंजन कुमार पंडा, संदीप गुप्ता, एस आर शेंडे, संजय कुमार पांडे, शकील अहमद खान, शशिकांत बरगद, शिव कुमार, एस नरेंद्र राव, टी एस वर्मा, वी जनार्दन राव, विजय कुमार, वीके चैधरी, सत्यवान नायक आदि शामिल हैं।