
- जल्द शुरू हो सकती है भिलाई में गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता जांच प्रक्रिया
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में यूनियन चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। भिलाई में मान्यता यूनियन का कार्यकाल को समाप्त हुए 6 महीने बीत चुके हैं। प्रबंधन द्वारा चुनाव को लेकर कोई घोषणा न करने के कारण सीटू की टीम महाप्रबंधक (औद्योगिक संबंध विभा) जेएन ठाकुर से मिलकर चुनाव के संदर्भ में चर्चा की।
ये खबर भी पढ़ें: राउरकेला स्टील प्लांट का बड़ा रोडमैप, ये विभाग बना चैंपियन, डीआइसी ने ये कहा
चर्चा के दौरान प्रबंधन ने चुनाव को लेकर उठाए जा रहे कामों को साझा करते हुए कहा कि प्रबंधन चुनाव के संदर्भ में उप मुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) से चुनाव के संदर्भ में विस्तार से चर्चा किए हैं, जिसके तहत जल्द ही उप मुख्य श्रमायुक्त केंद्रीय, भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन (Bhilai Steel Plant Management) एवं भिलाई की यूनियनों के बीच त्रिपक्षीय बैठक होगी।
ये खबर भी पढ़ें: बीएसपी सिंटर प्लांट-3 में होली की मस्ती, कवियों की टोली ने जमाया रंग
चुनाव के संदर्भ में विस्तार से चर्चा किया जाएगा। बैठक के साथ ही भिलाई में गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता जांच की प्रक्रिया शुरू किया जाएगा। जिसके परिणाम स्वरूप चुनाव के पश्चात भिलाई में कार्यरत कर्मियों के लिए मान्यता यूनियन मिलेगा।
ये खबर भी पढ़ें: राउरकेला स्टील प्लांट से बड़ी खबर, Single Use Plastic पर ये फैसला
राजहरा में चुनावी प्रक्रिया तेज
पिछले 5 सालों से राजहरा में गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता जांच के माध्यम से मान्यता यूनियन चुनने का इंतजार किया जा रहा है। प्रबंधन ने कई बार सभी यूनियनों से वार्षिक विवरण एवं यूनियन का विधान सहित अन्य आवश्यक कागजात मांगे हैं। सीटू हर बार उन कागजात को उपलब्ध करवाया है। किंतु अभी तक चुनाव नहीं हो सका है, क्योंकि कुछ यूनियन उन कागजात को जमा नहीं कर रहे थे।
प्रबंधन एवं उप मुख्य श्रमायुक्त (केंद्रीय) के स्तर पर चर्चा कर इस निर्णय पर पहुंचे हैं कि अंतिम अवसर देने के बावजूद जो यूनियन चुनाव हेतु आवश्यक कागजात जमा करके चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेना चाहते हैं, उन्हें अलग करके आवश्यक प्रक्रिया को पूरी कर चुनाव में भागीदारी करने वाले यूनियनों को लेकर चुनाव करवाया जाएगा। इस हेतु आवश्यक तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई है।
ये खबर भी पढ़ें: CBI ने रिश्वतबाज ASI को किया गिरफ्तार, पुलिस वाले ने मांगी थी डेढ़ लाख की रिश्वत
शून्य काल के दुष्परिणाम आने लगे हैं सामने
सीटू महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी ने कहा मान्यता समाप्त हो जाने के बाद निर्मित होने वाले शून्य काल की स्थिति हमेशा कर्मियों के लिए घातक होती है। 23 सितंबर 2024 को पिछली मान्यता प्राप्त यूनियन का कार्यकाल का अंतिम दिन था।
सीटू ने 24 सितंबर 2024 को गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता की जांच कर नई मान्यता यूनियन चुनने की प्रक्रिया प्रारंभ करने हेतु प्रबंधन को पत्र दिया था, तब से लेकर अब तक शून्य काल की स्थिति बनी हुई है। इसके अब दुष्परिणाम लगातार सामने आने लगे हैं, जिससे बचने के लिए जल्द से जल्द गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता जांच कर मान्यता देने हेतु चुनाव करवाना आवश्यक है।
मान्यता यूनियन ही निकाल सकता है कई समस्याओं का समाधान
सीटू नेता ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) में कार्यरत कर्मियों के लिए मौजूदा नॉन एग्जीक्यूटिव प्रमोशन पॉलिसी जी का जंजाल बन चुका है। इसमें आवश्यक बदलाव करने के लिए मान्यता प्राप्त यूनियन की आवश्यकता है। संयंत्र में लगातार घटनाएं दुर्घटनाएं हो रही हैं।
इन घटनाओं-दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने एवं प्रबंधन के साथ चर्चा कर आवश्यक कदम उठाने के लिए मान्यता प्राप्त यूनियन की आवश्यकता है। सीपीएफ खाते से अस्थाई लोन लेने पर कामगारों से ब्याज लेने की प्रक्रिया बंद होने के बाद कामगारों के खाते में जमा होने वाले ब्याज की राशि में आए बदलाव पर उचित निर्णय लेने के लिए मान्यता प्राप्त यूनियन की आवश्यकता है। कैंटीन व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कैंटीन मैनेजिंग कमेटी हेतु मान्यता प्राप्त यूनियन की आवश्यकता है। इस तरह के अनेको समस्याएं कर्मियों के सामने मौजूद है, जिसका समाधान केवल और केवल मान्यता प्राप्त यूनियन है।
ये खबर भी पढ़ें: रोज़गार मेला: देशभर में कितनों को दिया रोजगार, लोकसभा में सरकार ने कुछ यूं दिया जवाब
मान्यता चुनाव के लिए सीटू ने की सभी यूनियनों से अपील
सीटू नेता ने कहा कि लगातार कर्मियों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, जिसे सभी यूनियनें महसूस कर रही हैं। इन समस्याओं में से कुछ एक समस्याओं का समाधान मान्यता प्राप्त यूनियन द्वारा किया जाना संभव है। ऐसे में सभी यूनियनों को संयुक्त रूप से प्रबंधन के सामने जल्द से जल्द गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता जांच करवा कर सर्वोच्च वोट हासिल किए हुए यूनियन को निर्धारित समय के लिए मान्यता यूनियन का दर्जा देने की मांग की जानी चाहिए। सीटू सभी यूनियनों से मान्यता चुनाव के संदर्भ में आवश्यक कदम उठाने की अपील करता है।
ये खबर भी पढ़ें: क्यों सुर्खियों में आया चमार स्टूडियो, पढ़ें राहुल गांधी ने क्या लिखा