सियासी पार्टी नहीं, यूनियन कर सकती है कर्मियों का भला, प्रबंधन साध रहा राजनीतिक नेताओं को

  • श्रमिक नेता स्वर्गीय रोबिन दत्ता की जयंती मनाई गई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन (BWU) कार्यालय में विचार गोष्ठी का आयाजन।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। छत्तीसगढ़ राज्य (Chhattisgarh State) के संगठित एवं असंगठित श्रमिकों के हितों एवं अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले श्रमिक नेता स्वर्गीय रोबिन दत्ता की जयंती मनाई गई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन (BWU) कार्यालय में जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

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कार्यक्रम में सर्व प्रथम स्वर्गीय रोबिन दत्ता जी के छाया चित्र पर , माल्यार्पण एवं दीप जलाकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गईl स्वर्गीय रोबिन दत्ता की जयंती पर “ट्रेड यूनियनों के प्रति श्रमिकों के घटते विश्वास एवं राजनीतिक दलों का ट्रेड यूनियन में बढ़ते हस्तक्षेप” विषय पर  विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गयाl

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संगोष्ठी में प्रमुख रूप से रवि शंकर सिंह (Ravi Shankar Singh), रूपेन्द नाथ, अमित बर्मन,नोहर सिंह गजेंद्र, प्रेम सागर सिंह, उज्जवल दत्ता आदि ने विचार व्यक्त किया l वक्ताओं ने कहा कि श्रमिकों के अंदर की उदासीनता जागरूकता की कमी के चलते एवं वर्चस्व की लड़ाई में ट्रेड यूनियन मूवमेंट (Trade Union Movement) कमजोर होता गया, जिसके कारण राजनीतिक  हस्तक्षेप कर्मचारियों के बीच बढ़ता जा रहा है।

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इसके कारण कर्मचारी एवं उनके परिवार को उचित हक एवं सम्मान मिल पाने में कमी देखने को मिल रही हैl भिलाई (Bhilai) का इतिहास गवाह है कि राजनीतिक पार्टियों के नेता श्रमिकों नेताओं के पीछे घूमते थे। लेकिन अब बदली हुई परिस्थिति देखने को मिल रही हैl यही वजह है कि प्रबंधन श्रमिक नेताओं के बजाय राजनीतिक नेताओं को साधने में अधिक दिलचस्पी रखते हैं।

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इसका खामियाजा कर्मचारियों (Employees) को उनके नुकसान के रूप में भुगतना पड़ रहा हैl इसलिए कर्मचारियों को चाहे वह संगठित क्षेत्र के हों या असंगठित क्षेत्र के हों आपस में एकता बनाए रखना बहुत जरूरी है। साथ ही  सभी कर्मचारियों को यह जरूर समझना होगा कि उनके हक और हितों की रक्षा राजनीतिक पार्टियां (Political Parties) नहीं बल्कि श्रमिक नेता ही कर सकेंगेl कार्यक्रम का संचालन बीएसपी वर्कर्स यूनियन (BSP Workers Union) के कार्यकारी महासचिव शिव बहादुर सिंह द्वारा किया गयाl

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