भिलाई स्टील प्लांट के सभी विभाग और टाउनशिप में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। ओए और यूनियन की बैठक में फैसला।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप में लगातार हो रहे कब्जों के खिलाफ एक बार फिर संयुक्त मोर्चा की मीटिंग मंगलवार शाम को हुई। बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन और संयुक्त यूनियन के पदाधिकारियों ने बैठक कर आगे की रणनीति तय की। भिलाई टाउनशिप को स्टील सिटी बनाने की वकालत की गई। यह भी तय किया गया कि भिलाई स्टील प्लांट के सभी विभाग और टाउनशिप में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। इसी बीच 13 अप्रैल को भिलाई में बड़ा विरोध-प्रदर्शन भी किया जाएगा।
ओए और यूनियन नेताओं का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के टाउनशिप में निरंतर हो रहे जबरिया कब्जों ने भिलाई टाउनशिप की शांति व्यवस्था के लिए खतरा उत्पन्न किया है। इसके साथ ही भिलाई के नागरिकों में असुरक्षा की भावना उत्पन्न होने लगी है। इससे भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत कर्मचारी एवं अधिकारी परिवार अपने आप को असुरक्षित मानने लगा है। टाउनशिप में असामाजिक तत्वों की उपस्थिति बढ़ने लगी है।
भिलाई की सुरक्षा व शांति व्यवस्था को बहाल करने हेतु तथा टाउनशिप में व्याप्त भय को दूर करने हेतु आफिसर्स एसोसिएशन सहित लगभग सभी ट्रेड यूनियनों ने मिलकर एक संयुक्त मोर्चा का गठन किया है, जो भिलाई के कार्मिकों, अधिकारियों तथा नागरिकों को एक बेहतर भिलाई तथा एक सुरक्षित भिलाई एवं भयमुक्त भिलाई प्रदान करने हेतु संयुक्त रूप से भिलाई के हितों के लिए निरंतर संघर्ष करेगा।
सिविक सेंटर स्थित प्रगति भवन में बैठक हुई। भिलाई में हो रहे अवैध कब्जों, गुंडागर्दी तथा दादागिरी व दबंगई से हो रहे अवैध कब्जों के खिलाफ लड़ने की संयुक्त रणनीति पर गहन विचार विमर्श किया गया। इस बैठक में संयुक्त संघर्ष की रणनीति तैयार की गई। संयुक्त मोर्चे की बैठक में टाउनशिप को स्टील सिटी बनाने की मांग शासन से करने का निर्णय लिया गया।
एक अप्रैल के विवाद पर चिंतन-मनन
इस संदर्भ में हाल ही में दिनांक 01.04.2023 को घटित घटना पर चिंतन-मनन किया गया। उल्लेखिनीय है कि दिनांक 01.04.2023 को भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं रिसर्च सेन्टर के समीप स्थित मानव सेवा परिसर मे अस्पताल हेतु विद्युत सब स्टेशन तथा अपशिष्ट उपचार संयंत्र (एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट) बनाने के लिए चिन्हित भूमि पर असमाजिक तत्वों द्वारा जबरिया कब्जा कर अवैध रूप से डोम शेड का निर्माण किया गया।
इस निर्माण को धार्मिक रंग देते हुए बीएसपी द्वारा लगाए गए बोर्ड को निकालकर फेंक दिया गया। साथ ही वहां उपस्थित बीएसपी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से दादागिरी करते हुए बदसलूकी की गई। इस प्रकार भिलाई में अवैध कब्जे की राजनीति को चमकाने का पूरा प्रयास किया गया।
ओए का दावा, कार्मिकों में भय का माहौल
ओए और यूनियन का कहना है कि इसके चलते भिलाई के कार्मिकों व अधिकारियों में भय का माहौल निर्मित किया गया। इस घटना का संज्ञान लेते हुए इस तरह के अवैध कब्जों व गुंडागर्दी को रोकने हेतु भिलाई में हस्ताक्षर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। जिससे भिलाई के नागरिकों को अवैध कब्जों व अराजकता के खिलाफ एकजुट किया जा सके।
दोयम दर्जे के निर्माण कार्य से बढ़ा खतरा
ओए अध्यक्ष एनके बंछोर का कहना है कि संयुक्त मोर्चें ने चिंता जताते हुए कहा कि विगत कुछ समय से भिलाई नगर में अनेक अवैध निर्माण किए गए हैं, जो कि तकनीकी रूप से अत्यंत ही असुरक्षित एवं दोयम स्तर के हैं, जो कि भिलाई के रहवासियों के लिए एक संभावित खतरा है। इस प्रकार के अनियोजित, गुणवत्ताहीन तथा बिना अनुमति के भिलाई शहर को अवैध निर्माण से ढकने के प्रयास को भिलाई की जनता ने बड़ी गंभीरता से लिया है।
जिम्मेदार नागरिकों को आगे आने की अपील की गई
संयुक्त मोर्चे का मानना है कि अवैध कब्जे करने वाले व करवाने वालों को भिलाई की जनता अब सहन नहीं करेगी। इस हेतु भिलाई के जिम्मेदार नागरिकों को अवैध कब्जे व बढ़ती अराजकता के खिलाफ संघर्ष में शामिल करने हेतु हस्ताक्षर अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। अपना हस्ताक्षर कर अवैध कब्जों तथा बढ़ते गुंडागर्दी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें।
सेक्टर-9 हॉस्पिटल चौक पर होगा प्रदर्शन
संयुक्त मोर्चा द्वारा अस्पताल परिसर में होने वाले कब्जे के विरोध में 13 अप्रैल 2023 को सेक्टर-9 अस्पताल चौक में शांतिपूर्वक एक सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में बीएसपी के ट्रेड यूनियनों के साथ-साथ आफिसर्स एसोसिएशन एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाएं शामिल होंगी। संयुक्त मोर्चा ने भिलाईवासियों से अपील की है कि अवैध कब्जे की राजनीति के खिलाफ तथा भिलाई में बढ़ रहे असामाजिक कार्यों के खिलाफ इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भाग लेकर अपनी एकजुटता दिखाएं।
ओए और यूनियन से ये रहे मौजूद
इस बैठक में आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एनके बंछोर, महासचिव परविन्दर सिंह, कोषाध्यक्ष अंकुर मिश्र, इंटक से पूरन वर्मा-कार्यकारी अध्यक्ष, वंश बहादुर सिंह-महासचिव, एटक से विनोद कुमार सोनी-महासचिव,एच.एम.एस. डीके सिंह-महासचिव, एके मिश्रा-सहायक कोषाध्यक्ष, इस्पात श्रमिक मंच से किशोर मराठे-डीजीएस, बीके वर्मा-सचिव, बीडब्ल्यूयू से उज्जवल दत्ता-अध्यक्ष,एसडब्ल्यूयू से नंदकिशोर गुप्ता-अध्यक्ष, टंडन दास-महासचिव, संजय कुमार गुप्ता-सचिव ने भाग लिया।