- टर्न ओवर और कर पूर्व लाभ में (असाधारण व्यय के पश्चात) क्रमश: 45 % एवं 64 % की वृद्धि दर्ज की।
सूचनाजी न्यूज, हैदराबाद। भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी (Iron ore producer NMDC) ने वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में मजबूत वित्तीय और भौतिक प्रदर्शन किया। अपने पिछले रिकार्ड को पार करते हुए खनन प्रमुख ने तीसरी तिमाही में विगत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में टर्न ओवर और कर पूर्व लाभ में (असाधारण व्यय के पश्चात) क्रमश: 45 % एवं 64 % की वृद्धि दर्ज की।
अपने असाधारण प्रदर्शन से नए मानदंड स्थापित करते हुए एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में उच्चतम उत्पादन और बिक्री क्रमश: 12.22 एमटी और 11.39 एमटी दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उत्पादन एवं बिक्री में क्रमश: 15 % एवं 19 % की वृद्धि है।
ये खबर भी पढ़ें : SAIL NEWS: ठेका श्रमिकों से NJCS यूनियन ने किया छल
एनएमडीसी का टर्न ओवर तथा कर पूर्व लाभ (असाधारण व्यय को छोड़कर) वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में क्रमश: रूपए 5410 करोड़ तथा रूपए 2000 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में टर्न ओवर में 45 % तथा कर पूर्व लाभ में 64 % की वृद्धि दर्शाता है। जबकि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में कर पश्चात लाभ 68 % बढ़कर रूपए 1492 करोड़ हो गया है।
ये खबर भी पढ़ें : EPS 95 Pension News: पेंशनर्स को बड़ा झटका, चुनाव में देंगे गच्चा
वित्त वर्ष के 9 माह का संचयी उत्पादन 31.78 एमटी रहा जबकि बिक्री 31.94 एमटी तक पहुंच गई। कंपनी की स्थापना से लेकर अब तक के 9 माह के असाधारण संचयी उत्पादन के साथ एनएमडीसी वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में तीव्र गति से प्रवेश कर रहा है। उत्पादन तथा बिक्री के संचयी आंकड़ों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उत्पादन में 19 % तथा बिक्री में 24 % की तीव्र वृद्धि हुई है।
एनएमडीसी ने रुपए 5.75 प्रति शेयर की दर से पहला अंतरिम लाभांश भी घोषित किया, जो कि रूपए 1/- के अंकित मूल्य वाले शेयर का 575 % है।
अमिताभ मुखर्जी-अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) ने प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “ भारत में इस्पात की मांग तेजी से बढ़ रही है और इसमें समग्र जीडीपी में प्रगति के अनुरूप उच्च गति बने रहने की आशा है।
ये खबर भी पढ़ें : Durg पहुंचे CM विष्णु देव साय, 25-50 लाख का तोहफा
इस्पात की मांग में बढ़ती हुई वृद्धि के अनुरूप एनएमडीसी अपने उत्पादन क्षमता को बढ़ा रहा है तथा उद्योग की घरेलू मांग को पूरा करने के लिए सुरक्षित आपूर्ति शृंखला का निर्माण कर रहा है। कंपनी के वित्तीय एवं भौतिक आंकड़े प्रौद्योगिकी में हमारे विवेकपूर्ण निवेश तथा नवोन्मेष को दर्शाते हैं जिससे हमें उच्च प्रतिफल प्राप्त हो रहा है।”
ये खबर भी पढ़ें : Bhilai Township में 12 से 17 फरवरी तक बिजली कटौती, पढ़िए शेड्यूल