Suchnaji

BSP Officer Suicide: 42 टन लोहा चोरी, FIR, साजिश और आत्महत्या तक, पुलिस जांच में कई एंगल

BSP Officer Suicide: 42 टन लोहा चोरी, FIR, साजिश और आत्महत्या तक, पुलिस जांच में कई एंगल
  • बताया जा रहा है कि लोहा चोरी के बाद यूनियन नेता लगातार दबाव बना रहे थे कि विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। बीएसपी की तरफ से जांच कमेटी भी गठित की गई है। पूछताछ चल रही थी।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल (SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के 58 वर्षीय असिस्टेंट मैनेजर कृष्णकांत वर्मा आत्महत्या (Suicide) केस ने सबको उलझाकर रख दिया है। कोई खुलकर विभागीय कामकाज का दबाव तो कोई पिछले दिनों हुई 42 टन लोहा चोरी को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं से बाजार गर्म किए हुए है।

AD DESCRIPTION

ये खबर भी पढ़ें:  Bsp Officer Suicide: शराब, ज़हर और आत्महत्या, सुसाइड नोट पर लिखा-“भविष्य में आने वाले अत्यधिक कार्य दबाव में यह कदम उठा रहा हूं”

AD DESCRIPTION AD DESCRIPTION

सच्चाई क्या है, यह तो पुलिस जांच में ही पता चलेगा। फिलहाल, नगर सेवाएं विभाग में सन्नाटा पसरा हुआ है। बीएसपी के अधिकारी ने रिसाली ही स्थित आवास को छोड़कर सेलूद स्थित घर पर आत्महत्या किया। उतई थाना की पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। नगर सेवाएं विभाग के वर्तमान और पूर्व सीजीएम स्तर के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी।

ये खबर भी पढ़ें: पेंशन अंशदान पर बढ़ा विवाद, 1.16 % को लेकर सीटू के तपन सेन ने श्रम मंत्री को लिखी चिट्‌ठी, कार्मिकों को नुकसान से बचाने की कवायद

नगर सेवाएं विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों की जुबां पर 42 टन लोहा चोरी का मामला ताजा हो गया है। करीब डेढ़ माह पूर्व नगर सेवाएं विभाग स्थित वर्कशॉप से एक साथ 9 टन लोहा चोरी का मामला सामने आने के बाद चार्जमैन का तबादला कर दिया गया था। कर्मचारी को विभाग से हटा दिया गया था।

इस मामले को लेकर कई लोगों पर अंगुली उठाई गई थी। मामला तूल पकड़ा तो जांच कमेटी बनाई गई। विवेचना चल ही रही है कि अचानक से आत्महत्या का केस सामने आ गया। इसको लेकर अब पुलिस कई एंगल पर जांच कर सकती है। लोहा चोरी, चोरी का एफआइआर, साजिश आदि बिंदुओं पर पुलिस की जांच भी होगी।

ये खबर भी पढ़ें:  ED के अधिकारी सही है या ईडी का Media Cell, संपत्ति कुर्क को लेकर अलग-अलग बयान, विधायक देवेंद्र की मां अब तलब

बताया जा रहा है कि लोहा चोरी के बाद यूनियन नेता लगातार दबाव बना रहे थे कि विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। बीएसपी की तरफ से जांच कमेटी भी गठित की गई है। पूछताछ चल रही थी।

बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग के कर्मचारियों ने दावा किया है कि करीब 42 टन लोहे का हिसाब नहीं मिल रहा है। जब एक साथ 9 टन लोहा चोरी हुआ तो इसका राज खुला। इसके पहले थोड़ा-थोड़ा लोहा चोरी होता रहा। इसके बाद कोतवाली में एफआइआर तक दर्ज कराई गई है।

ये खबर भी पढ़ें: देशभर के जहरीले रसायन का खात्मा करेगा भिलाई स्टील प्लांट, जेनेवा सम्मेलन में दुनिया को पसंद आया मॉडल

कार्मिकों ने दावा किया है कि करीब 42 टन लोहा चोरी मामले की जांच चल रही है। बीएसपी (BSP) अधिकारी के आत्महत्या के बाद निश्चित रूप से पुलिस इस दिशा में भी जांच का रुख करेगी। यूनियन नेताओं ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि सेक्शन इंचार्ज को लेकर प्रबंधन पर दबाव बनाया जा रहा था। वहीं, भिलाई के कुछ दलाल किस्म के लोग मामले में अपनी रोटी सेंकने में सक्रिय हो गए हैं। बताया जा रहा है कि एक पूर्व अधिकारी से खुन्नस निकालने के लिए पैतरे बाजी भी चली जा रही है। फिलहाल, पुलिस जांच के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी।