Union Budget 2024 में ईपीएस 95 पेंशन का जिक्र तक नहीं, 7500 रुपए पेंशन अधर में

  • ईपीएस 95 पेंशन संघर्ष समिति रायपुर के अध्यक्ष Anil Kumar Namdeo टेलीविजन पर टकटकी लगाए बैठे थे। कोई अच्छी खबर आएगी, लेकिन मायूसी मिली।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organization (EPFO)) सदस्यों को बड़ी उम्मीद थी कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उनके जख्मों पर मरहम लगाएंगी। ईपीएफ 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) को लेकर कोई घोषणा करेंगी। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। एनपीएस का नाम लिया, वह भी कमेटी तक सीमित रहा।

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ईपीएस 95 पेंशन संघर्ष समिति रायपुर (EPS 95 Pension Sangharsh Samiti Raipur) के अध्यक्ष Anil Kumar Namdeo टेलीविजन पर टकटकी लगाए बैठे थे। वित्त मंत्री का बजट भाषण बढ़ते जा रहा था। इस बीच फेसबुक पर पोस्ट किया। लिखा-मैं भी लगातार TV पर नजर रखे हुए हूँ। सभी देखते रहिएगा। जैसे ही EPS 95 पर कोई घोषणा की जानकारी जिस किसी की नजर में आए तो बताइएगा। इस पर पेंशनभोगी त्रिपुरारी सरन ने तपाक से जवाब दिया कि…कुछ नहीं घंटा हुआ।

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शायद हमें बोझ समझा जाता है…

एडमिन गौतम चक्रवर्ती ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा-यह बजट युवा केंद्रित है। कृषि, पर्यटन, बुनियादी ढांचे के निर्माण, कुशल जनशक्ति के निर्माण पर बहुत जोर दिया गया है। ये बड़े वोट बैंक के क्षेत्र हैं। बजट में वृद्ध और सेवानिवृत्त जनशक्ति के लिए कोई जगह नहीं है।

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शायद हमें बोझ समझा जाता है। अतीत में हमारे योगदान को नजरअंदाज किया जाता है। पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना हमारे प्रयासों से ही साकार हुआ था। लेकिन वैसे भी, हमारी एकमात्र उम्मीद इस महीने की संशोधित गणना पद्धति के आधार पर मिलने वाली पेंशन है, जिसमें मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। अगर मीडिया रिपोर्ट पर भरोसा किया जाए तो।

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पेंशनभोगी बोल रहे आइए अब हम करें नज़र अंदाज़

जतिन्द्र नाथ कलिता ने भी गुस्सा जाहिर किया। लिखा-आइए हम उन लोगों को नज़रअंदाज़ करें जो हमें नज़रअंदाज़ करते हैं। थोड़ा धैर्य रखें और इस बार एक दीर्घकालिक मूर्खतापूर्ण योजना तैयार करें। उम्मीद करते हैं। बड़ों की अनदेखी के परिणामस्वरूप जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं और बहुत बड़ा बदलाव आएगा…!

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