
- कब्जेदारों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बीएसएल प्रबंधन सुर्खियों में है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) ने कब्जेदारों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। मोहन टिंबर पर एफआइआर और वन विभाग द्वारा कारोबार बंद करने के आदेश का मामला सुर्खियों में है। इसी तरह के कई और केस चल रहे हैं।
इसी बीच मंगलवार को सीबीआई की टीम बीएसएल के नगर सेवाएं विभाग में पहुंची। आधा दर्जन अधिकारियों ने नगर सेवाएं विभाग (Municipal Services Department) के महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों से काफी देर तक बातचीत की। दस्तावेजों की जांच की।
बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) प्रबंधन द्वारा आवंटित आवासों की जानकारी ली गई। एक या एक से अधिक आवासों के आवंटन आदि से संबंधित दस्तावेजों की छाया प्रति ली। सीबीआई के अधिकारियों को करीब 35 हजार आवासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सीबीआई को किसी ने लिखित शिकायत की थी, जिसको संज्ञान में लेकर अधिकारी मौके पर पहुंचे थे।
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बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कब्जेदारों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को रोकने के लिए दबाव डालने का प्रयास किया गया है। इससे बीएसएल की टीम डरने वाली नहीं है। अधिकारियों को फँसाने का खेल खेला जा रहा है। नियम के तहत जो उचित है, वही कार्रवाई की जा रही है। कब्जेदारों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
अफसरों ने कहा-सीबीआई के अधिकारियों द्वारा बीएसएल अफसरों से जानकारी लेने की बात को इस तरह से वायरल किया जा रहा है, जैसे बहुत बड़ा कोई कांड हो गया है। बीएसएल प्रबंधन की ओर से समुचित जानकारी साझा की गई है और आगे भी जानकारी दी जाएगी। खास बात यह है कि कब्जेदारों के खिलाफ अभियान आगे और तेजी से चलाया जाएगा।
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