- तरुण मिश्रा ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले महीनों के लिए निर्धारित लक्ष्य हासिल किए जाएंगे।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) (SAIL – Rourkela Steel Plant) की हॉट स्ट्रिप मिल-2 (एचएसएम-2) ने जनवरी 2025 में स्लैब और कॉइल वजन के मामले में अब तक का सबसे अधिक मासिक उत्पादन हासिल करते हुए एक नया उत्पादन मानक स्थापित किया है।
मिल ने महीने के दौरान 2,47,493 टन कॉइल का उत्पादन करने के लिए 253680 टन स्लैब रोल किया, जिससे अक्टूबर 2024 में दर्ज किए गए 2,39,320 टन स्लैब और 2,32,934 टन कॉइल के अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पार कर लिया।
प्रेषण के मामले पर, मिल ने जनवरी, 2025 में 26487 टन एचआर प्लेट्स और 2,14,835 टन एचआर कॉइल्स और एचआर प्लेट्स का संचयी कुल का सर्वश्रेष्ठ मासिक प्रेषण भी दर्ज किया।
इसके अतिरिक्त, शीट शियरिंग लाइन (एसएसएल) ने जनवरी 2025 में एक नया रिकॉर्ड बनाया, जिसमें कॉइल में 30011 टन और पाइल टनेज में 28,399 टन का शियरिंग टनेज था। यह अगस्त 2024 में हासिल किए गए 26,466 टन कॉइल और 26,438 टन पाइल टनेज के पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पार कर गया है I
इस उल्लेखनीय उपलब्धि की मान्यता स्वरुप, निदेशक प्रभारी आलोक वर्मा ने एच एस एम-2 का दौरा किया और टीम को बधाई दी। उनके साथ कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन), श्री तरुण मिश्रा, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स), विश्व रंजन पलाई, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएँ), सुदीप पाल चौधरी और मुख्य महाप्रबंधक (सेल्स, एस आर एम, राउरकेला), सिद्धार्थ बनर्जी थे।
इस अवसर पर कई मुख्य महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। महाप्रबंधक (एच एस एम-2 और औक्सिलिअरी), सुब्रत कुमार ने गणमान्यों का स्वागत किया और उपलब्धि के बारे में जानकारी दी।
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डीआइसी ने एचएसएम-2 की उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की और सभी सहायक विभागों के समन्वय, टीम वर्क और समर्पण की सराहना की। उच्च लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, उन्होंने कर्मीसमूह की क्षमताओं पर विश्वास व्यक्त किया और कहा कि ऐसे मील के पत्थर सीधे लाभप्रदता और समग्र विकास से जुड़े हैं।
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तरुण मिश्रा ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले महीनों के लिए निर्धारित लक्ष्य हासिल किए जाएंगे। बिस्वरंजन पल्लई ने शीट शियरिंग लाइन के रिकॉर्ड की सराहना की और एचएसएम-2 को आरएसपी की सफलता का पथप्रदर्शक बताया।
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सुदीप पाल चौधरी ने रखरखाव और सहायक विभागों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रकाश डाला और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को अभीस्वीकार किया। श्री सिद्धार्थ बनर्जी ने एचएसएम-2 की अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल करने, नए मानक स्थापित करने और भविष्य की उन्नति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए सराहना की।
इस सफलता में योगदान देने वाले प्रमुख विभाग जैसे की उत्पादन योजना नियंत्रण, यातायात और कच्चा माल, कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी, इंस्ट्रूमेंटेशन और स्वचालन, डिजाइन, केंद्रीय यांत्रिक और विद्युत, शॉप्स, अनुसंधान और नियंत्रण प्रयोगशाला, रोल शॉप, ऊर्जा प्रबंधन विभाग, सामग्री प्रबंधन और अन्य सहायक विभाग थे।