Visakhapatnam Steel Plant: आरआईएनएल की सीनियर मैनेजर डॉ. वी. सुगुना अब रेलवे बोर्ड में, मिली ये जिम्मेदारी

Visakhapatnam Steel Plant: RINL's Senior Manager Dr. V. Suguna is now in Railway Board, got this responsibility
  • डॉ. वी. सुगुना 1992 से आरआईएनएल में कार्यरत हैं और राजभाषा कार्यान्वयन, विभिन्न दस्तावेजों के अनुवाद और राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार से संबंधित सभी गतिविधियों से जुड़े हुए हैं।

सूचनाजी न्यूज, विशाखापत्तनम: विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (Visakhapatnam Steel Plant) से बड़ी खबर आ रही है। आरआइएनएल की वरिष्ठ प्रबंधक (राजभाषा) डॉ. वी. सुगुना को रेलवे बोर्ड में निदेशक (राजभाषा) के रूप में चुना गया।

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डॉ. वी. सुगुना, जो वर्तमान में विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (Visakhapatnam Steel Plant) की कॉर्पोरेट इकाई राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबंधक (राजभाषा) के रूप में कार्यरत हैं। इनको भारत सरकार के रेल मंत्रालय के रेलवे बोर्ड में निदेशक (राजभाषा) के रूप में चुना गया है।

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डॉ. वी. सुगुना 1992 से आर.आई.एन.एल. में कार्यरत हैं और राजभाषा कार्यान्वयन, विभिन्न दस्तावेजों के अनुवाद और राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार से संबंधित सभी गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। वे आरआईएनएल की हिंदी हाउस पत्रिका ‘सुगंध’ की स्थापना के समय से ही उप-संपादक के रूप में कार्यरत हैं।

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‘सुगंध’ पत्रिका को पिछले 10 वर्षों में राजभाषा विभाग, राजभाषा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित ‘राजभाषा कीर्ति पुरस्कार’ से सात बार सम्मानित किया जा चुका है। राष्ट्रीय स्तर पर संगोष्ठियों, सम्मेलनों के आयोजन तथा राजभाषा, प्रबंधन, इस्पात क्षेत्र और अन्य तकनीकी विषयों से संबंधित विषयों पर विशेषांक प्रकाशित करने में उनका योगदान सराहनीय है।

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डॉ. वी. सुगुणा को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित राजभाषा गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

1. ‘बाबा नागार्जुन एवं उनकी सामाजिक चेतना’ (बाबा नागार्जुन और उनकी सामाजिक चेतना) 2013 में यह पुरस्कार तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा 14.09.2013 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय हिंदी दिवस समारोह में प्रदान किया गया।

2. वर्ष 2017 में ‘इस्पात उत्पादन एवं पर्यावरण संरक्षण का अनोखा समन्वय’ यह पुरस्कार 14.09.2017 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय हिंदी दिवस समारोह में भारत के तत्कालीन माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा प्रदान किया गया।

डॉ. वी. सुगुना को वर्ष 2023 में डॉ. बीआर अंबेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, हैदराबाद से ‘इक्कीसवीं सदी की हिंदी कविता में पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी संबंधी पहलू’ शोध प्रबंध के लिए पीएचडी प्रदान की गई।

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