महामंत्री संदीप कुमार बोले-दो वर्षों से डिप्लोमा यूनियन बीएसएल कर्मचारियों को चार पहिया वाहन पास निर्गत करवाने के लिए प्रयास कर रही है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी कामगार यूनियन के प्रतिनिधि बोकारो स्टील प्लांट में कार्यरत नॉन एग्जीक्यूटिव कर्मचारियों के लिए चार पहिया वाहन का गेट पास निर्गत करने का मुद्दा फिर उठा दिया है। भारी बारिश में परेशान हो रहे कर्मचारियों की पीड़ा से प्रबंधन को अवगत कराया है। पूर्व में भी यूनियन ने मुद्दा उठाया था।
मानव संसाधन विभाग के मुख्य महाप्रबंधक अंजनी कुमार शरण से यूनियन के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि पिछले दो वर्षों से डिप्लोमा यूनियन बीएसएल कर्मचारियों को चार पहिया वाहन पास निर्गत करवाने के लिए प्रयास कर रही है। और जबतक इसका समाधान नही होगा, तबतक इसके लिए प्रयास करती रहेगी, क्योंकि इस समय बहुत से नॉन एग्जेक्युटिव कर्मचारियों के पास चार पहिया वाहन होते हुए भी वे ठंडी, गर्मी और भारी बारिश के दौरान दो पहिया वाहन से आने को मजबूर हैं।
बारिश के मौसम में जूते भींग जाने के कारण इलेक्ट्रिकल विभाग के लोगों को कार्यस्थल पर सुरक्षा का भी खतरा रहता है। साथ ही आवारा कुत्तों, एवम अन्य जानवरों तथा असामाजिक तत्वों का भी खतरा रहता है।
यूनियन अध्यक्ष रविशंकर ने कहा कि वर्ष 2010 में कर्मचारियों की संख्या 17856 थी अगर उससे तुलना करें तो इस समय बीएसएल के नॉन एक्जीक्यूटिव कर्मचारियों की कुल संख्या लगभग 7500 के आस पास ही है। जिसमे से लगभग 1500 लोग एस-9 ग्रेड से ऊपर हैं, जिनको चार पहिया वाहन का पास मिला हुआ है।
साथ ही कुछ कर्मचारी नगर सेवा भवन और बीजीएच में कार्यरत हैं। उन्हें प्लांट के अंदर जाने की ज्यादा आवश्यकता नहीं पड़ती है। वर्ष 2010 से अभी तक जितने भी लोग रिटायर हुए वो सब या तो अधिकारी थे या फिर एस 11 ग्रेड के लोग थे जिन्हें कार पास मिला हुआ था।
इसका मतलब प्लांट के पार्किंग और ट्रैफिक की समस्या होने की संभावना भी कम है। इसके अलावा सेल के राउरकेला यूनिट के कर्मचारियों की समस्याओं को देखते हुए इससे संबंधित सर्कुलर जारी भी कर दिया गया है। इसलिए बोकारो में भी कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए नॉन एक्जीक्यूटिव कर्मचारियों को चार पहिया वाहन का पास जारी करना चाहिए।