- अब कोर एक्टिविटी (मुख्य गतिविधि) नाम की कोई एक्टिविटी नहीं रह गई है।
- बीएसपी बोला-मैनपॉवर पर संयंत्र के उत्पादक इकाइयों को प्राथमिकता देने के पश्चात एक ही रास्ता है।
- शिक्षा विभाग, चिकित्सकीय सेवा, टाउनशिप, मैत्री बाग आदि को आउटसोर्स किया जाए।
संयुक्त यूनियनों के साथ बैठक में कार्यपालक निर्देशक का कथन-यदि कोई एजेंसी पूरे कोक ओवन को चला सकती है तो प्रबंधन उसे सौंप देगी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट से जुड़ी ऐसी-ऐसी खबरें सामने आ रही है, जो कर्मचारियों और अधिकारियों को तनाव में डालने वाली है। बीएसपी स्कूल, मैत्रीबाग को निजी हाथों में सौंपने का टेंडर जारी होने के बाद अब प्रबंधन कोक ओवन को लेकर ऐसा दावा कर दिया है कि नई बहस शुरू हो गई है। संयुक्त यूनियनों के साथ बैठक में कार्यपालक निर्देशक कार्मिक पवन कुमार ने बोल दिया है कि यदि कोई एजेंसी पूरे कोक ओवन को लेकर चला सकती है तो प्रबंधन उसे सौंप देगी।
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा संयुक्त यूनियनों के साथ बैठक सोमवार को एसईएसबीएफ, लेबर कोड (श्रम संहिताएं) अधिसूचित होने के पश्चात उसका संयंत्र पर प्रभाव, अस्पताल, शिक्षा टाउनशिप आवास रिटेंशन लाइसेंसिंग आदि का मुद्दा छाया रहा। बैठक में सीटू की ओर से शामिल अध्यक्ष विजय कुमार जांगड़े, एसपी डे शामिल हुए थे। अब यूनियन ने मीटिंग की आधिकारिक जानकारी साझा किया है।
सर्वप्रथम कार्यपालक निर्देशक पवन कुमार ने पिछले दिनों कोलकाता में संपन्न एसईएसबीएफ की बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि अभी एनपीएस में 9 से 10% तक का ब्याज प्राप्त हो रहा है, जबकि सेल पेंशन स्कीम में 7% का annuity plan लेने की बाध्यता है।
तत्पश्चात सभी यूनियनों ने एक-एक कर मुद्दे उठाएं। सीटू द्वारा उठाए गए मुद्दे
1) 21 नवंबर को लेबर कोड संहिताकरण अधिसूचित होने के पश्चात भिलाई इस्पात संयंत्र पर तत्काल क्या प्रभाव पड़ने जा रहा है?
2) National Productivity Council द्वारा सघन अध्ययन के पश्चात दी गई रिपोर्ट के अनुसार भिलाई इस्पात संयंत्र की कुल Sanctioned Manpower (स्वीकृत मैनपॉवर) क्या है?
3) कुल स्वीकृत मैनपॉवर के आधार पर विभिन्न विभागों में मैनपॉवर कितनी स्वीकृत होगी?
4) यदि भिलाई इस्पात संयंत्र की कुल स्वीकृत मैनपॉवर से सभी यूनियनें अवगत हो, तभी यूनियनें अस्पताल, शिक्षा, टाउनशिप, मैत्री बाग आदि की पुनर्रचना योजना पर अपना सार्थक सुझाव दे सकते हैं।
5) कुल कर्मचारियों की संख्या 10000 से कम किंतु भिलाई इस्पात संयंत्र की टाउनशिप में आवास की संख्या 35000 से अधिक है। ऐसे में टाउनशिप की भावी योजना क्या है?
6) अधिकारियों के तर्ज पर कर्मचारी के लिए अर्जित अवकाश जमा रखने की सीमा एवं सेवानिवृत्त के समय अवकाश का भुगतान 300 किया जाए।
सीटू सहित सभी यूनियनों द्वारा उठाए गए समान मुद्दे
-अस्पताल के आउटसोर्सिंग, शिक्षा विभाग तथा मैत्री बाग के लिए आमंत्रित की गई रुचि की अभिव्यक्ति की वास्तविकता क्या है?
-सुरक्षा को लेकर प्रबंधन द्वारा संयंत्र के भीतर सिर्फ तेज गति वाहन चलाने के नाम पर कर्मियों को दंडित किया जा रहा है, किन्तु प्रतिबंधित समय पर संयंत्र के भीतर भारी वाहनों तथा लोकों परिवहन पर कोई रोक नहीं है।
-संयंत्र के भीतर प्रवेश करने का समय पाली शुरू होने से एक घंटा पूर्व शुरू करने की मांग को कई यूनियनों द्वारा उठाया गया।
-ठेका श्रमिकों की सुरक्षा, समय पर पूरा वेतन, विश्राम कक्ष, वॉशरूम आदि के ऊपर काफी काम करने की आवश्यकता है।
-जब प्रबंधन के पास कर्मियों की संख्या से लगभग तीन गुना से भी अधिक आवास है तो कर्मियों के हितों के लिए रिटेंशन और लाइसेंस स्कीम के तहत भारी दंड की राशि क्यों थोपी जा रही है है?
-आवास आवंटन/रिटेंशन के मामले में थर्ड पार्टी की दंड राशि बीएसपी के सेवानिवृत कर्मियों के दंड राशि से कम रखने एवं सरकारी अधिकारियों द्वारा बीएसपी के आवासों में बरसों से अवैध कब्जा बनाए रखने का मामला भी जोरो से उठाया गया।
बीएसपी प्रबंधन की ओर से दिया गया जवाब
- मैनपॉवर को लेकर अभी भी अनिश्चितता है।
- National Productivity Council द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर भिलाई इस्पात संयंत्र की कुल मैनपॉवर 6500 होनी चाहिए, जिसमें अधिकारी एवं कर्मचारी दोनों शामिल है। बता दें कि कर्मचारियों की वर्तमान संख्या करीब 10 हजार से अधिक है। अधिकारियों की करीब 2 हजार हैं।
- मुख्य गतिविधि अर्थात (Core Activity) नाम का कोई कार्य नहीं है। यदि कोई एजेंसी कोक ओवन को लेकर चल सकती है तो प्रबंधन पूरे कोक ओवन को भी उन्हें सौंप सकती हैं।
- बीएसपी के पास आज 35000 से अधिक आवास है किंतु ऐसे आवासों की संख्या लगभग 10000 है, जो बेहतर है। अर्थात NQ1और NQ2 को छोड़कर अन्य बेहतर आवास और कर्मचारियों की संख्या भी लगभग उतनी ही है। प्रबंधन ऐसे 10000 कर्मियों के लिए आवासों को सर्व सुविधा युक्त बनाने की योजना पर कार्य कर रही है।
- थर्ड पार्टी द्वारा बरसों से आवासों पर अवैध तरीके से कब्जा बनाए रखने के मामले को भी राज्य सरकार और मंत्रालय के स्तर तक उठाया गया है और इस पर कुछ कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है जिसका प्रभाव शीघ्र देखने को मिलेगा।
- टाउनशिप के बिजली विभाग को CSPDCL को हस्तांतरित करने की योजना पर कार्य हो रहा है। इस संबंध में प्रबंधन द्वारा petetion दायर कर दिया गया है तथा शीघ्र ही MoU पर हस्ताक्षर होगा।
- मैनपॉवर पर संयंत्र के उत्पादक इकाइयों को प्राथमिकता देने के पश्चात एक ही रास्ता है कि शिक्षा विभाग, चिकित्सकीय सेवा, टाउनशिप, मैत्री बाग आदि को आउटसोर्स किया जाए। यह ध्यान रखते हुए कि हमारे कर्मचारियों के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले हमारे कर्मचारी और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलती रहे तथा हमारे कर्मचारी एवं उनके परिवार के सदस्यों के लिए सर्व सुविधायुक्त टाउनशिप रहे।
- प्रबंधन की ओर से यह जानकारी भी दी गई कि ठेका श्रमिकों के होनहार बच्चों के लिए स्कॉलरशिप की सुविधा को बढ़ा दी गई है और अब ऐसे ठेका कर्मियों के बच्चों को भी स्कॉलरशिप प्रबंधन द्वारा दिया जाएगा, जिनके बच्चों को बोर्ड परीक्षा में 60% से अधिक अंक प्राप्त हुए हैं।












