- एसपी-2 के ठेका मजदूरों ने नाटक का मंचन कर सड़क सुरक्षा का मंत्र दिया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के भिलाई स्टील प्लांट के एसपी 3 में हाइवा की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हुई थी। इस तरह का हादसा दोबारा प्लांट में न होने पाए, इस पर फोकस किया गया है।
मजदूरों को खासतौर से जागरूक किया जा रहा। एसपी-2 में ईडी वर्क्स राकेश कुमार की मौजूदगी में एक नाटक का मंचन मजदूरों ने किया। सेफ्टी को लेकर घर से प्लांट तक के माहौल की झलक पेश कर दी। छोटी सी लापरवाही की वजह से जान से हाथ धोने तक का मंजर पेश किया गया।
छत्तीसगढ़ी में संवाद ने सबको आकर्षित किया। हादसे को लेकर परिवार में आशंका जाहिर की गई और मां, पत्नी, पिता और बेटा ड्यूटी जाने से रोकते हैं, लेकिन, मजदूर जिद में प्लांट जाता है। पर, वापस उसकी लाश आती है, क्योंकि फोन पर बात करते हुए वह जाता है और हाइवा की चपेट में आ जाता है। इस नाटक के माध्यम से संदेश दिया गया कि कुछ भी हो जाए, लापरवाही नहीं बरतनी है। फोन पर बात करते हुए ड्राइव नहीं करना है।
सड़क सुरक्षा पर आधारित छत्तीसगढ़ी में नुक्कड़ नाटक का शीर्षक “सड़क सुरक्षा, ज़िनगी के रक्षा” था। कुछ ऐसे डायलॉग थे, जिसके शब्द लोगों के दिल-ओ-दिमाग़ में छा गए। जैसे-1. मत कर तै ग़ुमान ग, सुरक्षा के सबो मंत्र मान ग। 2. सुरक्षित होही हमर पालनहार, तभे होही ज़िन्दगी के उद्धार। 3. मां जनम देथे एक बार, सुरक्षा जन्म देथे बार-बार। चलती गाडी मोबाइल हाथ लगाहु, त जिनगी ल गँवाहु…।
नाटक के दौरान ठेका मजदूर प्रीतम का भरे पूरे परिवार, मां, पिता, बच्चे का दर्द बयां किया गया। नाटक का निर्देशन डिप्टी मैनेजर उत्तम मंडावी-इलेक्ट्रिकल ने किया। नाटक में मुख्य किरदार ठेका मजदूर गोपाल, कोमल, विष्णु सिन्हा, कुलेश्वर, गजरू, रंजीत मिंज, नीलम, खीमा बाई ने निभाया।

भिलाई इस्पात संयंत्र में विगत दिनों हुए आकस्मिक सड़क दुर्घटनाओ को संज्ञान में लेकर सिंटर संयंत्र 2 के कर्मचारियों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने की पहल विभागाध्यक्ष जगेद्र कुमार ने और दुर्घटना ना हो उसके लिए लोगों में सड़क पर आवागमन के समय यातायात के नियमों का पालन करने हेतु जागरूकता लाने के उद्देश्य से सड़क सुरक्षा पर आधारित नुक्कड नाटक” सड़क पर ध्यान” का मंचन विभाग के सभागार में कराया।
उपस्थित कार्मिकों के समक्ष विभाग के कलाकारों द्वारा नाटक का प्रदर्शन कर लोगों को सड़क पर सुरक्षित आवागमन के लिए फिल्मी गीत और छत्तीसगढ़ी बोली का भरपूर प्रयोग करते हुए लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति एक अच्छा संदेश देने का प्रयास है। इसमें सबसे खास बात यह है कि अधिकतर कलाकार जमीनी स्तर के संविदा कर्मी थे।
यह नाटक राकेश कुमार (अधिशासी निदेशक संकार्य), तापस दास गुप्ता (मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी,लौह) के विशिष्ट आतिथ्य व जगेन्द्र कुमार, (विभाग प्रमुख,सिंटर संयंत्र-2) के समक्ष हुआ। सभी उच्च अधिकारियों ने नुक्कड़ नाटक की भुरी भुरी प्रसंशा करते हुए सराहा और अधिशासी निदेशक संकार्य ने ऐसे कार्यक्रम को पुरे संयंत्र में कराएं जाने के लिए प्रेरित करते हुए विभागाध्यक्ष जगेन्द्र कुमार की प्रसंशा अपने शब्दों में की एवं सिंटर संयंत्र-2 के समस्त कार्मिकों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता देखकर अपनी खुशी जताई।
इस नुक्कड़ नाटक में सिंटर संयंत्र 2 एवं 3 के समस्त वरिष्ठ अधिकारियों,कर्मचारियों एवं ठेका कर्मचारी भारी संख्या मे उपस्थित हुए।
इस कार्यक्रम के अन्त में प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरित अधिशासी निदेशक संकार्य के कर-कमलों द्वारा वितरित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष जगेन्द्र कुमार के द्वारा दिया गया। विभागाध्यक्ष अध्यक्ष ने यह कहा कि हम अपने संयंत्र सुरक्षा के प्रति कभी भी कोताही नहीं बरतेंगे चाहे सड़क से संबंधित सुरक्षा हो या संयंत्र से संबंधित ।
















