- नवंबर 2024 में मान्यता प्राप्त यूनियन की अवधि समाप्त हो चुकी है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में सेफ्टी और कैंटीन कमेटियों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इस बार प्रबंधन ने साफ कर दिया है कि कमेटियों में यूनियन पदाधिकारियों को शामिल नहीं किया जाएगा, बल्कि ऐसे कर्मचारियों को नामित किया जाएगा जो कर्मचारी हित, सुरक्षा और कार्यस्थल की गुणवत्ता को प्राथमिकता देते हैं।
शीर्ष प्रबंधन ने यह तय किया है कि परिवर्तन के दौर में भी सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता पर कर्मचारियों के सहयोग से मॉनिटर किया जाए । इस दिशा में कदम उठाते हुए अस्थायी तौर पर ही सही लेकिन कार्मिकों के सही प्रतिनिधित्व के साथ सुरक्षा समिति और कैंटीन प्रबंधन समितियों में सदस्यों की पूर्ति की जाए।
मान्यता प्राप्त यूनियन की अवधि खत्म, नई संरचना पर फोकस
नवंबर 2024 में मान्यता प्राप्त यूनियन की अवधि समाप्त हो चुकी है। अभी तक बीएमएस से मनोनित सदस्य कमेटियों में थे, लेकिन सेफ्टी और कैंटीन कमेटियों के कुछ सदस्य रिटायर हो जाने से पुनर्गठन आवश्यक हो गया है।
फैक्ट्री मैनेजर के पास किसी अधिकारी को मनोनीत करने का अधिकार है, वहीं यूनियन की ओर से सदस्यों के चयन के लिए चुनाव जरूरी होते हैं, जो इस समय संभव नहीं है।
नए लेबर कोड के लागू होने के बाद आईडी एक्ट के कई प्रावधान बदल चुके हैं। अब 51% वोट पाने वाली यूनियन को ही मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा मिलेगा। यदि किसी यूनियन को 51% मत नहीं मिलते, तो 15% से अधिक वोट पाने वाली यूनियनों को मिलाकर एक काउंसिल बनाई जाएगी। इसी स्थिति के चलते प्रबंधन ने अस्थायी तौर पर योग्य कर्मचारियों और अधिकारियों को शामिल करके कमेटियों की निरंतरता बनाए रखने का फैसला लिया है।
सेफ्टी कमेटी: पुरस्कार विजेताओं और योग्य कर्मचारियों को स्थान
प्लांट में अलग-अलग विभागों में सुरक्षा से जुड़े मुद्दे लंबे समय से उठते रहे हैं। पारंपरिक रूप से सेफ्टी कमेटी में यूनियन व प्रबंधन के बराबर सदस्य होते थे, लेकिन इस बार प्रबंधन “योग्य, जिम्मेदार और पुरस्कार प्राप्त” कर्मचारियों को शामिल करेगा, ताकि सुरक्षा मानकों पर काम अधिक सुचारू और प्रभावी हो सके।
बीएसपी के अधिकारियों के मुताबिक विभागीय स्तर पर नई सेफ्टी कमेटी बनाई जाएगी। मान्यता समाप्त होने और सदस्यों के रिटायर होने के कारण नई व्यवस्था जरूरी है। आगे लेबर कोड के प्रावधानों का अध्ययन करने के बाद स्थायी ढांचा तय किया जाएगा।
कैंटीन कमेटी: क्वालिटी, क्वांटिटी और सफाई पर सख्त निगरानी
कैंटीन कमेटी का मुख्य उद्देश्य भोजन की गुणवत्ता, मात्रा, सफाई और दरों की निगरानी करना है। फिलहाल कैंटीन का संचालन आउटसोर्स मॉडल पर है और पैक्ड आयल के उपयोग जैसी शर्तों का पालन कराया जा रहा है।
नई प्रस्तावित कैंटीन कमेटी में
फैक्ट्री मैनेजर,
कैंटीन सेल,
विभागीय कर्मचारी,
एक लेबर वेलफेयर ऑफिसर को शामिल करने की तैयारी है
आगे की राह
भिलाई स्टील प्लांट में सेफ्टी और कैंटीन जैसी महत्वपूर्ण कमेटियों का पुनर्गठन एक नई व्यवस्था की ओर कदम है, जिसमें यूनियन आधारित संरचना की बजाय कर्मचारियों की योग्यता और कार्यक्षमता को प्राथमिकता दी जा रही है।
नए लेबर कोड और मान्यता नियमों को ध्यान में रखते हुए प्लांट प्रबंधन आने वाले महीनों में कमेटियों का स्थायी ढांचा तय करेगा।
ये खबर भी पढें: BSP में हादसा न बाबा न: चलती गाड़ी मोबाइल हाथ लगाहु, त जिनगी ल गंवाहु…
















