- लोकतंत्र की जड़ें और विकास की दिशा: बिहार का NDA मॉडल।
सूचनाजी न्यूज, बर्नपुर। सेल के इस्को स्टील प्लांट बर्नपुर आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बिहार से नवनिर्वाचित विधायक से मुलाकात की। IOA President सुशील कुमार सुमन ने अपने सहयोगी देवआनंद (AGM, SMS) के बड़े भाई, रोसड़ा समस्तीपुर (बिहार) के विधायक वीरेंद्र कुमार से भेंट की। यह मुलाकात केवल औपचारिक नहीं थी, बल्कि विचारों, अनुभवों और जनसेवा के साझा संकल्प से भरी एक प्रेरणादायक संवाद थी।
इस अवसर पर अनेक समसामयिक और जनहित से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई। विधायक वीरेंद्र कुमार के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के नव-नियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन को हार्दिक बधाई संदेश प्रेषित किया गया। साथ ही, बिहार में हुए चुनावों में NDA टीम की शानदार विजय पर ढेरों शुभकामनाएँ और बधाइयाँ दी गईं।
शील कुमार सुमन के शब्दों में, यह मुलाकात उनके लिए एक अनमोल एहसास रही। ऐसा क्षण जहाँ जनप्रतिनिधि और जनभावना एक-दूसरे से जुड़ते हैं। पिछले 20 वर्षों में बिहार में NDA सरकार ने जिस निरंतरता, प्रतिबद्धता और पारदर्शिता के साथ काम किया है, वह वास्तव में लोकतंत्र के सशक्त और परिपक्व स्वरूप का उत्कृष्ट उदाहरण है।
यह मुलाकात और यह संवाद इस विश्वास को और मजबूत करता है कि जब नेतृत्व संवेदनशील हो, नीति स्पष्ट हो और नीयत जनहित की हो—तो विकास केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि लोगों के जीवन में उतरता है।
NDA सरकार की उपलब्धियों का बखान
1. सड़कें: आज बिहार में सड़कें हर गली-मोहल्ले तक पहुँच चुकी हैं, जिससे आवागमन और व्यापार दोनों को गति मिली है।
2. हर घर नल का जल: स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता ने स्वास्थ्य और जीवन-स्तर में गुणात्मक सुधार किया है।
3. रोज़गार और सरकारी नौकरियाँ: योजनाबद्ध प्रयासों से रोजगार के अवसर बढ़े हैं और सरकारी नियुक्तियाँ सशक्त हुई हैं।
4. शराबबंदी: भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा और सफल सामाजिक अभियान, जिसने परिवारों और समाज को नई दिशा दी है।
5. शिक्षा व्यवस्था में सुधार: विद्यालयों से लेकर उच्च शिक्षा तक, गुणवत्ता और पहुँच में उल्लेखनीय प्रगति।
6. सांस्कृतिक धरोहरों व विश्वविद्यालयों का नवीनीकरण: विरासत का संरक्षण और आधुनिकता का समन्वय।
7. नए पटना का निर्माण : शहरी विकास, आधारभूत संरचना और भविष्य-दृष्टि का प्रतीक।
8. PDS में सुधार: पारदर्शिता और समयबद्ध वितरण से जन-विश्वास मजबूत हुआ है।
9. घर-घर बिजली: ऊर्जा सुलभता ने जीवन को सरल और उत्पादक बनाया है।
10. महिला सुरक्षा, सहभागिता और शिक्षा : सशक्तिकरण की दिशा में ठोस और निर्णायक कदम।












