स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटे के बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के स्ट्रक्चरल शार्प में कमलेश शाव की मौत हुई है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। Steel Authority of India Limited के बोकारो स्टील प्लांट से एक और दुखद खबर आ गई है। अधिकारी की मौत के बाद अब एक ठेका मजदूर की मौत हो गई है। अधिकारी की मौत का कारण अब तक पता नहीं चल सका है।
इधर, ठेका मजदूर ने कार्य के दौरान दम तोड़ दिया है। पीड़ित परिवार अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बोकारो जनरल अस्पताल में विरोध-प्रदर्शन कर रहा है। बताया जा रहा है मृतक मजदूर के परिवार को न्याय दिलाने के लिए विभागीय मजदूर भी कामकाज बंद कर प्रदर्शन कर रहे हैं।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटे के बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के स्ट्रक्चरल शार्प में कमलेश शाव की मौत हुई है। लेकिन मौत को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रबंधन की तरफ से कहा जा रहा कि गर्मी की वजह से वह गिर पड़ा और निधन हो गया। जबकि ट्रेड यूनियन एचएमएस का कहना है कि मजदूर के शरीर पर चोट का निशान है और कार्य के दौरान मौत हुई है। इसलिए पीड़ित परिवार को नौकरी मिलनी चाहिए।
एनजेसीएस (NJCS) सदस्य व एसएमएस (HMS) के महासचिव राजेंद्र सिंह ने कहा कि कार्य के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होकर मृत्यु के शिकार होने वाले मजदूरों को बीएसएल प्रबंधन न्याय नहीं दे रहा है। बीमारी बताकर नियोजन एवं मुआवजा से वंचित करना इनके इसी निरंकुश रवैये का प्रतीक है। कोक-ओवन में नन्द कुमार तथा स्ट्रक्चरल शार्प में कमलेश शाव इसका जीता जागता उदाहरण है।
SAIL ठेका मजदूरों के ग्रेच्युटी एवं ग्रुप इंश्योरेंस पर इनका रवैया अब भी नकारात्मक है, जबकि सेल के अन्य इकाइयों में ये सुविधाएं लागू हैं। ऐसा लगता है कि बोकारो प्रबंधन की नीति मजदूरों के शोषण से प्रेरित है। अंत में राजेंद्र सिंह ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि शोषण एवं बंधुआ मजदूरी की नीति से बाज आये नहीं तो मजदूर आंदोलन को बाध्य होंगें