- कैग, भारत का सुप्रीम ऑडिट संस्थान है जो लोकहितार्थ एवं सत्यनिष्ठा के आदर्श वाक्य को चरितार्थ करता है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग के वाणिज्यिक लेखापरीक्षा कार्यालय, भिलाई द्वारा आयोजित ऑडिट सप्ताह समारोह 2024 का शुभारंभ हुआ। भिलाई इस्पात संयंत्र के मानव संसाधन विकास विभाग के सभागार में मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।
इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ एके पंडा, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, निदेशक (ऑडिट कार्यालय) एमएस डहरिया, वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी सुधीर हरने सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि अनिर्बान दासगुप्ता ने अपने उद्बोधन में ऑडिट की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्कूली परीक्षा भी ऑडिट का ही स्वरूप होता है। ऑडिट द्वारा कार्यों का स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मूल्यांकन किये जाने से हेलीकॉप्टर व्यू मिलता है। ऑडिट और ऑडिटी का सम्बन्ध प्रोफेसनल होना चाहिए।
ऑडिट कार्यालय के निदेशक एमएस डहरिया ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत करते हुए नियंत्रक-महालेखा परीक्षक (कैग) के 166 वर्षों के इतिहास एवं संवैधानिक स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने कहा की कैग, भारत का सुप्रीम ऑडिट संस्थान है जो लोकहितार्थ एवं सत्यनिष्ठा के आदर्श वाक्य को चरितार्थ करता है।
ऑडिट विभाग के वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी सुधीर हरने द्वारा ऑडिट सम्बन्धी प्रस्तुति दी गई। उन्होंने ऑडिट की व्याख्या करते हुए कहा कि ऑडिट, तीन मुख्य स्तंभ मंडन, खंडन एवं संश्लेषण पर आधारित है।
कार्यक्रम में उपस्थित ऑडिट इकाइयों के अधिकारियों छत्तीसगढ़ ईस्ट रेलवे लिमिटेड, रायपुर की चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर प्रियंका तन्ना, एनएसपीसीएल भिलाई के महाप्रबंधक श्री आलोक सिंह और भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ ए के पंडा द्वारा ऑडिट सम्बंधित अनुभव साझा किया गया।
कार्यक्रम का संचालन सहायक लेखापरीक्षा अधिकारी जितेन्द्र कुमार वर्मा द्वारा किया गया। वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी चितरंजन सारंगी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।