कैंटीन संचालक कम मैनपावर रखकर काम चला रहे हैं। इस कारण कैंटीनों में उचित साफ सफाई नहीं रह पाती है। इस पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारियों को मिलने वाले खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता को लेकर प्रबंधन से बातचीत की है। भिलाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारीयों ने कैंटीन संचालकों द्वारा कर्मचारियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ का आरोप लगाया है।
भिलाई इस्पात संयंत्र से बिजली-पानी की सुविधा मिलने के बाद भी हाइजैनिक नाश्ता-खाना ना मिलने के संबंध में एक मीटिंग कैंटीन सर्विस प्रभारी महाप्रबंधक संजय द्विवेदी के साथ मुलाकात हुई। इस संबंध में उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए निम्न बिंदुओं पर चर्चा की।
इन मुद्दों पर प्रबंधन से चर्चा की गई
1. पिछले टेंडर में लगभग 40% खाद्य सामग्री की दर बढ़ाई गई है, उसके बाद भी गुणवत्ता में कोई सुधार हुआ नहीं दिख रहा है।
2. कैंटीन में खाद्य तेल का रिसाइकिल किया जा रहा है, जिससे कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, इसे रोका जाना चाहिए।
3. कैंटीनों में बिजली से चलने वाले बड़े हीटर कढ़ाई खुलेआम चल रहे हैं, जबकि टेंडर में उनका कहीं उल्लेख नहीं है। इससे संयंत्र को कैंटीन संचालकों द्वारा लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। साथ ही कैंटीन में बड़ी आगजनी जैसी घटना हो सकती है। पिछले ही दिनों पावर प्लांट कैंटीन में इसी के चलते एक आगजनी की दुर्घटना हो चुकी है।
4. कैंटीन संचालक कम मैनपावर रखकर काम चला रहे हैं। इस कारण कैंटीनों में उचित साफ सफाई नहीं रह पाती है। इस पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
5. बेस किचन को कॉफी हाउस की तरह बनाकर चलाया जाना चाहिए।
6. कई जगह से शिकायत आ रही है कि कच्चे खाद्य सामग्री को अच्छी तरह साफ सफाई करके नहीं बनाया जा रहा है।इससे भविष्य में कर्मचारियों के साथ स्वास्थ्य संबंधी बड़ी घटना हो सकती है।
7. सभी कैंटीन में स्वच्छ पीने के पानी हेतु वॉटर प्यूरीफायर लगाया जाना चाहिए।
पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसे कैंटीन संचालक जो ठीक ढंग से ऑपरेट नहीं कर पा रहे हैं, उनकी जगह नए लोगों को मौका दिया जाना चाहिए। महाप्रबंधक ने कहा कि जो भी विषय आप लोगों के द्वारा संज्ञान में लाए जाते हैं उन पर कार्रवाई की जाती है। यूनियन के द्वारा जिन बिंदुओं पर चर्चा की गई है उन पर उन्होंने ध्यान देकर उचित कार्रवाई का आश्वासन होने दिया।
मीटिंग में मुख्य रूप से अध्यक्ष राजेश चौहान, महामंत्री अशोक माहौर, कार्यकारी अध्यक्ष आनंद पांडे, उपाध्यक्ष अवधेश पांडे, ओमप्रकाश तीतरमारे, कोषाध्यक्ष प्रवीण मार्डीकर, उप महामंत्री तरूण सेमुअल थे।