महिलाओं को राजहरा माइंस में ड्राइविंग प्रशिक्षण दे रहा भिलाई स्टील प्लांट

Bhilai Steel Plant is giving driving training to women in Rajhara Mines
इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आईडीटीआर)" के सहयोग से राजहरा माइंस में ड्राइविंग प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू।
  • ड्राइविंग प्रशिक्षण उद्देश्य प्रतिभागियों की रोज़गार योग्यताओं में वृद्धि करना है। ड्राइविंग से संबंधित व्यवसायिक अवसरों का लाभ उठा सकें।

सूचनाजी न्यूज, राजहरा। भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के महामाया माइंस के सीएसआर के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण हेतु “इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आईडीटीआर) (Institute of Driving and Traffic Research (IDTR))” के सहयोग से राजहरा माइंस में ड्राइविंग प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ 09 जून 2025 को मुख्य महाप्रबंधक (आईओसी-राजहरा) आरबी गहरवार के मुख्य आतिथ्य में किया गया।

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इस पहल का उद्देश्य आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके लिए नए व्यावसायिक अवसर खोलना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत आसपास के ग्रामों की 21 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।

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कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (रावघाट माइंस) अरुण कुमार, उप महाप्रबंधक (राजहरा) शिवेश कुमार, आईडीटीआर के निदेशक अमित गुप्ता एवं उप प्रबंधक (सीएसआर) केके वर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।

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मुख्य अतिथि आरबी गहरवार ने अपने उद्बोधन में महिला सशक्तिकरण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ड्राइविंग प्रशिक्षण महिलाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनने और स्वावलंबन की राह पर अग्रसर होने में सहयोग प्रदान करेगा।

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उन्होंने ड्राइविंग के तकनीकी एवं व्यवसायिक लाभों पर जोर दिया और कहा कि आज के परिवेश में ड्राइविंग एक यथार्थवादी व्यवसाय और लाभ का माध्यम बन सकती है, जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगी।
उप प्रबंधक (सीएसआर) केके वर्मा ने प्रशिक्षुओं को विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक उपयोगों और ड्राइविंग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी।

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प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षु महिलाओं को पहले लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने में सहायता की जाएगी, जिसके पश्चात् प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस उपलब्ध कराया जाएगा। कार्यक्रम में कलवर, महामाया सहित आसपास के ग्रामों की महिलाओं ने भाग लिया। इस पहल से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी तथा क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

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उल्लेखनीय है कि विगत दिनों सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा अपनी निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) योजनाओं के अंतर्गत रावघाट खदान क्षेत्र के युवाओं को दो चरणों में लाईट मोटर वाहन (एलएमवही) का प्रशिक्षण नवा रायपुर स्थित “इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च (आईडीटीआर)” में दिया गया।

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इस ड्राइविंग प्रशिक्षण कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों की रोज़गार योग्यताओं में वृद्धि करना है, जिससे वे विभिन्न क्षेत्रों में ड्राइविंग से संबंधित व्यवसायिक अवसरों का लाभ उठा सकें। प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रतिभागियों को ड्राइविंग का गहन और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। उल्लेखनीय है कि आईडीटीआर छत्तीसगढ़ शासन से संबद्ध और मारुति सुजुकी द्वारा संचालित एक संस्थान है, जिसके सहयोग से प्रशिक्षण दिया जाता है।

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