- कर्मचारी मकान की मरम्मत करके जैसे-तैसे रह रहे हैं। ड्रेन लाइन तबाह है। सफ़ाई की बात करो तो कोई सुनवाई नहीं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के कर्मचारी जर्जर आवास में रहने को विवश हैं, क्योंकि बेहतर मकान की ख्वाहिश पूरी नहीं हो रही है। आयेदिन जर्जर मकान में प्लास्टर टूट कर गिर रहे हैं। ताज़ा मामला रुआबांधा सेक्टर है।
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कर्मचारी देवेंद्र सोनी बाथरूम में नहाकर जैसे ही बाहर निकले, कुछ ही लम्हे में प्लास्टर टूटकर नजरों के सामने गिर गया। देवेंद्र सोनी ट्रेड यूनियन लाइमू के अध्यक्ष हैं। नेताजी बाल-बाल बच गए, अन्यथा सेक्टर 9 में भर्ती पाए जाते।
बुधवार को रुआबँधा सेक्टर ब्लॉक 83/A में शाम 7.20 बजे की घटना है। देवेंद्र सोनी बताते हैं कि बाथरूम से नहाने के बाद बाहर निकला, उसके तत्काल बात बाथरूम की छत का प्लास्टर गिर गया। यह सौभाग्य की बात है कि बच गए। यदि नहाते वक्त गिरता तो जीवन ही ख़तरे में पड़ जाता। यह घटना नहाने के बाद हुई।
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इसकी मुख्य वजह मकान का मरम्मत/रख रखाव न होना। प्रबंधन को केवल कम्पनी के उत्पादन से मतलब रह गया है। कर्मचारी मरता रहे। यह सेक्टर लगभग 39 वर्ष पुराना है, जिसमें संयंत्र के कर्मचारी निवासरत है। एक चौथाई मकान जर्जर अवस्था को प्राप्त कर चुके हैं। प्रबंधन ने लाइसेंस पर देने की बात कही, लेकिन कोई लेने को तैयार नहीं हुआ, क्योंकि मकान जर्जर है।
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तीन चौथाई में कर्मचारी मकान की मरम्मत करके जैसे-तैसे रह रहे हैं। ड्रेन लाइन तबाह है। सफ़ाई की बात करो तो कोई सुनवाई नहीं। सेक्टर की ऐसी हालत के बावजूद लोकतांत्रिक इस्पात इंजीनियरिंग एवं मज़दूर यूनियन ने लाइसेंस पर कर्मियों को जो जहां-जिस मकान में है, देने की माँग प्रबंधन से की थी। परंतु प्रबंधन देने को तैयार नहीं है। कर्मचारी हर साल हज़ारों की संख्या में सेवानिवृत्त हो रहें है।
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