बीएसपी के सहयोग से ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण की शुरुआत वर्ष 1977 से हुई थी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर समापन समारोह 15 जून को संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के मुख्य आतिथ्य में पंत स्टेडियम सेक्टर-01 के फुटबॉल ग्राउंड में शाम 6 बजे सम्पन्न होगा।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में संयंत्र के अन्य उच्च अधिकारी सहित विभिन्न खेलों के प्रतिभागी एवं प्रशिक्षक, शिक्षा विभाग के पीटीआई, विभागीय कार्यकर्ता एवं अन्य खेल प्रेमी भी उपस्थित रहेंगे। ज्ञात हो कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भिलाई इस्पात संयंत्र के क्रीडा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं विभाग द्वारा दिनांक 10 मई 2023 से 09 जून 2023 तक ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
इस समापन समारोह के अवसर पर कुछ खेलों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। भिलाई इस्पात संयंत्र हमेशा से खेल गतिविधियों को नया आयाम देने के लिए निरंतर प्रयासरत रहा है। भिलाई इस्पात संयंत्र खेल को प्रोत्साहित करने वाला देश का सबसे अग्रणी संगठन रहा है। जिसने कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को मंच प्रदान किया है।
भिलाई इस्पात संयंत्र खिलाड़ियों को विभिन्न खेल-गतिविधियों से सम्बंधित सुविधाएं प्रदान करता आ रहा है। नवोदित खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को तराशने का पूरा प्रयास करता रहा है।
इन्हीं प्रयासों के अंतर्गत भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का प्रतिवर्ष नियमित आयोजन किया जाता रहा है। इस शिविर का मुख्य उदेश्य बच्चों के बीच खेल के प्रति रुझान में वृद्धि करना, बच्चों के शारीरिक विकास के साथ- साथ मानसिक और बौद्धिक क्षमता को बढ़ाना है।
जाने कैसा रहा सफर…
बीएसपी के साथ-साथ ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का भी एक गौरवशाली इतिहास रहा है। इस्पात भूमि में बीएसपी के सहयोग से ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण की शुरुआत वर्ष 1977 से हुई थी। इसमें प्रथमत: 08 खेलों को शामिल किया गया था। तब से लेकर आज तक लगातार लगभग 46 वर्षों से संयंत्र ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन प्रतिवर्ष करता आ रहा है।
वर्तमान में ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर-2023 में शामिल 24 खेलों में 120 प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न खेल परिसरों, शालाओं के हॉल एवं क्रीड़ागणों में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इन 24 खेलों में एथलेटिक्स, बैडमिन्टन, बॉल बैडमिन्टन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, शतरंज, क्रिकेट, फुटबॉल, हैंण्डबॉल, हॉकी, कराटे, जूडो, टेनिस, टेबल टेनिस, वालीबॉल, योगा, खो-खो, कबड्डी, पावर लिफ्टिंग, सायकल पोलो, जिम्नास्टिक, फेंसिंग, नेटिंग, कुश्ती शामिल हैं। इस शिविर में 05 साल से लेकर लगभग 18 वर्ष तक के बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।
अनुभवी प्रशिक्षकों से मिलती है ट्रेनिंग
बीएसपी के ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण में खिलाड़ियों को अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है। इन प्रशिक्षकों में कुछ पूर्व अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिलाड़ी जैसे एसआर जाखड़ (वॉलीबॉल), राजेश पाटिल (बैडमिंटन), कृष्णा साहू (भारोत्तोलन), डेनिस क्रीस्टी (हॉकी), शत्रुघ्न स्वाई (एनआईएस कोच), बीडी कुरुपथी (हैंडबॉल), राजगोपालन (वर्तमान छ॰ग॰ अंडर 19 क्रिकेट हेड कोच) परमजीत सिंह (पूर्व रणजी क्रिकेटर) जैसे नाम भी शामिल हैं।
सैकड़ों खिलाड़ियों को दिया मंच
इस्पात भूमि ने स्टील उत्पादन के साथ-साथ ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण की उपज के रूप में अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी भी देश को दिये हैं, जिन्होनें न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी देश की गौरवशाली छवि के निर्माण में अपना योगदान दिया है।
खेलों के प्रति बीएसपी के इन प्रयासों का ही परिणाम है कि इस्पात भूमि ने विभिन्न खेलों जैसे बॉक्सिंग में श्री राजेंद्र प्रसाद (ओलंपियन बॉक्सर), केके बसमरा, क्रिकेट में राजेश चौहान एवं अमनदीप खरे (भारतीय अंडर-19 क्रिकेटर), भारोत्तोलन में कृष्णा साहू (अर्जुन पुरुस्कार), बास्केटबॉल में साजी थॉमस, आर एस गौर, अंजू लाकरा, श्रीमती सीमा सिंह आदि जैसे सैकड़ों नाम हैं, जो इस शिविर की ही देन हैं। इस शिविर की सहायता से सैकड़ों खिलाड़ी, स्पोर्ट्स कोटा से विभिन्न नौकरियों में कार्यरत हैं।
हाल के उत्कृष्ठ प्रदर्शनों पर गौर करें तो, जिमनासटिक्स में राष्ट्रीय स्तर पर रेश्मा साहू (खेलो इंडिया टूर्नामेंट), शतरंज में यशवंत कनहोकर, यशध बांबेश्वर, आशुतोष बेनर्जी, शाश्वत चक्रवर्ती, टेनिस में अभिनव सिंह, अनाम्या दुबे, अफशा अहमद इत्यादि खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों में अपना और भिलाई इस्पात संयंत्र का परचम लहरा रहें हैं।
खिलाड़ियों को दी जाती है ये सुविधाएं
इस शिविर में विभिन्न खेलों में खिलाड़ियों को अनुभवी प्रशिक्षकों (कोच) से प्रशिक्षण के साथ साथ भिन्न- भिन्न खेल, सुरक्षा संबन्धित सामग्री, मैदान और सर्व सुविधायुक्त स्टेडियम उपलब्ध कराये जाते हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र के इस ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर में 200 प्रतिभावान बच्चों को चयन करके डे- बोर्डिंग स्कीम में चुनते हैं, जहां इन्हें मुफ़्त कोचिंग के साथ-साथ स्पोर्ट्स किट व अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती है। जिससे उन्हें जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक खेलने हेतु तैयार किया जा सके।
प्रशिक्षकों ने भी सराहना
भिलाई में खेलों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर में ट्रेनिंग दे रहे प्रशिक्षकों ने भी बीएसपी की इस पहल की सराहना की है। जिम्नास्टिक्स के एनआईएस कोच शत्रुघ्न स्वाई के अनुसार इस प्रशिक्षण से भिलाई के बच्चों को खेल के माध्यम से फिट रखने के साथ-साथ खेल को कैरियर के तौर पर अपनाने में भी सहायता मिलती है। बहुत से खिलाड़ियों को इस प्रशिक्षण शिविर से मंच प्राप्त हुआ है जिन्होंने आगे चल कर भिलाई इस्पात संयंत्र का नाम देश- विदेश में ऊंचा किया है।
खेलो इंडिया गेम्स में भिलाई की रेश्मा
जुनवानी, भिलाई की रेश्मा साहू ने 2017 से बीएसपी के ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण से अपने जिम्नास्टिक्स कैरियर की शुरुआत की थी। रेश्मा अभी तक 07 बार राष्ट्रीय स्तर पर स्पर्धाओं में शिरकत करने के साथ अनेक प्रतियोगिताएं भी जीत चुकी हैं। उन्होंने केरल ट्रायल में चयन होने के बाद ग्वालियर में खेलो इंडिया गेम्स में भी भाग लिया।
उन्होंने अपनी इस खेल-यात्रा सहयोग के लिए संयंत्र के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि मैं भविष्य में ऐसे ही मेहनत जारी रखते हुए देश के लिए पदक जीतने का सपना देखती हूं।