- सैकड़ों एकड़ में फैले हसदेव के जंगल को बचाने स्थानीय लोग कर रहे हैं विरोध।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ में हसदेव का मामला काफी गरमाया हुआ है। प्रदेश के सरगुजा संभाग में स्थित विशालकाय जंगल के वनों की कटाई का स्थानीय लोगों से लेकर राजधानी रायपुर तक विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। तो वहीं अब इसमें सियासी पारा भी लगातार चढ़ता ही जा रहा है।
इसमें अब ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने जांच के लिए कमेटी बना दी है। सत्ता से बाहर होते ही कांग्रेस को हसदेव के वनों की चिंता होने लगी है। कांग्रेस यहां हो रही पेड़ों की कटाई की जांच और पड़ताल करेगी।
कांग्रेस ने 30 दिसंबर को हसदेव के जंगल में हो रही पेड़ों की कटाई की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है।
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सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत हसदेव अरण्य क्षेत्र में घाटबर्रा कोल परियोजना के अंतर्गत सरगुजा जिला प्रशासन और वन विभाग द्वारा 93 हैक्टेयर जमीन से करीब नौ हजार से ज्यादा वृक्षों की कटाई शुरू कर दी गई हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा है कि हसदेव अरण्य बचाओ आंदोलनकारियों के विरुद्ध पुलिसिया कार्रवाई कर हिरासत में लिया जा रहा हैं।
कांग्रेस के आदेश में आगे उल्लेख किया गया है कि पार्टी इस घटना को गंभीरतापूर्वक ले रही है, जिसके नतीजतन छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Chhattisgarh Pradesh Congress Committee) (CG PCC) के चीफ दीपक बैज ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है। इसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह को संयोजक बनाकर आठ सदस्यों को शामिल किया गया है।
इस आठ सदस्यीय जांच कमेटी में पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस.सिंहदेव, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, डॉ.प्रीतम राम, गुलाब कमरो, सफी अहमद, राकेश गुप्ता और भगवती राजवाड़े को सदस्य बनाया गया है।
प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने का आदेश
कांग्रेस के आदेश पत्र में आगे उल्लेख किया गया है कि सभी सदस्य शीघ्र ही प्रभावित इलाके का दौरा करें। यहां स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही प्रशासन के अफसरों से भेंट करें, चर्चा करें और मामले की जमीनी वस्तुस्थिति से अवगत होकर अपना प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) को प्रेषित करें।