इस्पात राज्य मंत्री के जवाब को गलत बताया Bokaro BAKS ने, SAIL प्रबंधन की खोली पोल, 500 पत्र का नहीं आया जवाब

Bokaro BAKS termed the reply of the Minister of State for Steel as wrong, exposed the SAIL management, no reply was received to even 500 letters
  • आम जनता की शिकायतों, मांगों पर कोई कारवाई नहीं करता सेल मैनेजमेंट: बीएकेएस।
  • लोकसभा में इस्पात राज्य मंत्री का दावा, सेल प्रबंधन नियमों के अनुसार जवाब देती है।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल कर्मचारियों (SAIL Employees) की शिकायतों और मांगों पर प्रबंधन का रवैया ठीक नहीं है। इस पर लोकसभा में सवाल का जवाब इस्पात राज्यमंत्री ने जवाब दिया है। मंत्री के जवाब पर बोकारो अनाधिशासी कर्मचारी संघ-बीएकेएस (Bokaro Anadhishasi Karmchari Sangh-BAKS) ने पलटवार किया है। मंत्री जी को पत्र लिखकर सच्चाई से अवगत कराया है।

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बीएकेएस का कहना है कि आम जनता के पत्रों-मांगों पर सेल प्रबंधन के माध्यम से लोकसभा में इस्पात राज्य मंत्री द्वारा दिए गए जवाब पर बीएकेएस बोकारो ने इस्पात राज्य मंत्री, इस्पात सचिव, कार्मिक एवं प्रशिक्षण सचिव, लोक शिकायत विभाग के सचिव तथा प्रश्नकर्ता झंझारपुर लोकसभा के सांसद रामप्रित मंडल को पत्र लिखकर सेल प्रबंधन की वास्तविक सच्चाई से अवगत कराया है।

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लोकसभा में 11 मार्च 2025 को अतारांकित प्रश्न संख्या 1899 का जवाब इस्पात राज्य मंत्री के माध्यम से दिया गया था। जिसमें जानकारी दिया है कि सेल प्रबंधन द्वारा कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग और लोक शिकायत विभाग के प्रावधानों के अनुसार आम जनता और जनप्रतिनिधियों के द्वारा किए गए शिकायत और माँगों का समयबद्ध निपटान प्रभावी तरीके से किया जाता है।

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न ही कोई कारवाई की गई

यूनियन का कहना है कि सेल प्रबंधन (SAIL – Management) का यह जवाब सत्य से परे है। बीएकेएस यूनियन ने, सेल प्रबंधन तथा इसकी यूनिटों को पिछले दो वर्षों में कर्मचारियों से जुड़े मुद्दे पर सैकड़ों माँग-सुझाव/शिकायत पत्र भेज चुकी है। अधिकांश जायज मांग पत्रों पर न तो कोई जवाब दिया गया तथा न ही कोई कारवाई की गई। सभी पत्र निबंधित डाक तथा अधिकारी के कार्यालय ई मेल पर भेजा गया है, जिसका सभी सबूत सही दस्तावेज यूनियन के पास है।

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प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत पहुंची, उसी का आया जवाब

वहीं, सेल प्रबंधन (SAIL – Management) ने सिर्फ उसी पत्र का जवाब दिया है जो प्रधानमंत्री शिकायत कोषांग, केंद्रीय श्रम मंत्रालय और उससे जुड़े अनुभाग को किया गया। न्यायालय के आदेश पर भी उचित कारवाई नहीं की गई। इस्पात मंत्री, इस्पात सचिव आदि पदधारको को भेजे गए पत्र का भी जवाब सेल प्रबंधन द्वारा नहीं दिया जाता है। भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था जनता में निहित है, जिसका आधार लोक कल्याण है। परंतु सेल में इसका अनुपालन ही नहीं किया जाता है।

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शायद ही किसी पत्र का जवाब दिया गया

भारतीय लोकतंत्र में मूल मालिक जनता है, परंतु सेल प्रबंधन में पत्र व्यवहार का मामला देख रहे अधिकारीगण को आम जनता, यूनियन प्रतिनिधियों के द्वारा भेजे गए माँग पत्र से कोई सरोकार ही नहीं है। अकेले बीएकेएस बोकारो ने पिछले दो वर्षों से 500 से अधिक पत्र विभिन्न अधिकारीगणो को भेजा है, शायद ही किसी पत्र का जवाब दिया गया।
हरिओम, अध्यक्ष-बीएकेएस बोकारो

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