सीटीसी म्युचुअल ट्रांसफर मंजूरी पर विभागाध्यक्षों की मनमानी का शिकार हो रहे बोकारो स्टील प्लांट के कार्मिक

Bokaro Steel Plant: Employees are becoming victims of the arbitrariness of department heads on CTC mutual transfer approval
  • यूनियन ने सीटीसी मीटिंग समय पर आयोजित नहीं होती।
  • अब जब मीटिंग हो रही है तो मानव संसाधन विभाग अड़चन पैदा कर रहा।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल के बोकारो स्टील प्लांट (SAIL – Bokaro Steel Plant) से बड़ी खबर आ रही है। सीटीसी म्युचुअल ट्रांसफर को लेकर कर्मचारियों को परेशान किया जा रहा है।

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बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (BSL Non-Executive Employees Union) ने अधिशासी निदेशक एचआर को पत्र लिखकर अनुकंपा अधारित म्युचुअल स्थानांतरण (सीटीसी) आवेदन पर विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष तथा ओडी के अधिकारियों के मनमानी के विरुद्ध कारवाई करने की मांग की गई है।

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11 अप्रैल 2025 को सीटीसी मीटिंग आयोजित होने की सूचना एचआरएमएस पोर्टल पर दी जा रही है। परंतु बोकारो इस्पात संयंत्र से दूसरे इकाई में पारस्परिक (म्युचुअल) स्थानांतरण हेतु आवेदन किए कई कार्मिको के आवेदन को अभी तक प्रबंधकीय सहमति के लिए अग्रसारित नहीं किया गया है।

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साथ ही कई विभाग ऐसे हैं, जहां की CTC नियमों के अस्पष्टता के कारण संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष द्वारा सीमित संख्या से अधिक लोगों के आवेदन को अग्रसारित नहीं करने का मौखिक आदेश भी एक बड़ा रोड़ा बना हुआ है, जिसके कारण इच्छुक कार्मिकों के आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। या अप्रत्यक्ष रूप से उनके स्थानांतरण की प्रक्रिया को प्रारंभ होने के पहले ही रोक दिया जाता है।

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साथ ही जिनका विभाग से अग्रसारित हो चुका है, उनके लिए मानव संसाधन विभाग के OD सेक्शन द्वारा प्रबंधकीय सहमति के लिए कार्रवाई को लंबित रखे जाने या विलंब से प्रारंभ किए जाने के कारण भी बोकारो के कर्मियों का स्थानांतरण नहीं हों पाने की आशंका है।

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मानव संसाधन विभाग के इस सेक्शन के संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई लापरवाही के कारण कई कार्मिको के आवेदन पर मंजूरी नहीं मिल पाई है, जिसके OD सेक्शन का कार्यप्रणाली प्रश्नों के घेरे में है। जिससे कि संबंधित कर्मचारियों तथा दूसरे यूनिट के म्युचूअल सहयोगियों का स्थानांतरण की प्रक्रिया भी नहीं हो पाएगी।

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यूनियन का कहना है कि एक तरफ सीटीसी मीटिंग समय पर आयोजित नहीं होती। ऊपर से अब जब आयोजित हो रही है तो मानव संसाधन विभाग द्वारा जानबूझ कर विलंब करना अनुचित है, जो कि एक तरह से सीटीसी नियमों का उल्लंघन है।
उसी के आलोक में यूनियन ने माँग किया है कि सभी आवेदित कार्मिको के आवेदन की मंजूरी देकर सीटीसी मीटिंग आयोजित किया जाए।

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चंद अधिकारियों के निजी इच्छा पर निर्भर

ग्रेट प्लेस टू वर्क, महारत्ना जैसी उपाधि वाली कंपनी प्रबंधन अपने बनाए हुए नियमों को न तो मान रही है, न ही अनुपालन कर रही है। पारिवारिक कारणों तथा म्युचुअल आधार पर अपने इच्छित इकाईयों में स्थानांतरण की प्रतिक्षा में बैठे कर्मियों को चंद अधिकारियों के निजी इच्छा पर निर्भर रहना पर रहा है।
हरिओम-अध्यक्ष, बीएकेएस बोकारो

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