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Bokaro Steel Plant में यूनियन चुनाव का शंखनाद करने दिल्ली तक गूंजी आवाज, कोर्ट जाने की भी तैयारी

Bokaro Steel Plant में यूनियन चुनाव का शंखनाद करने दिल्ली तक गूंजी आवाज, कोर्ट जाने की भी तैयारी

-नवगठित यूनियन बीएकेएस बोकारो ने मुख्य श्रमायुक्त दिल्ली को यूनियन चुनाव कराने के लिए पत्र लिखा है।

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सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने मुख्य श्रमायुक्त दिल्ली को पत्र लिख कर बोकारो इस्पात संयंत्र (Bokaro Steel Plant) में स्थापना काल से आज तक मान्यता प्राप्त यूनियन का चुनाव नहीं होने का शिकायत किया है। अपने पत्र में यूनियन ने सभी दस्तावेजों को संलग्न कर यह साबित किया है कि वर्तमान में एक खास व्यक्ति को अवैध तरीके से रिकॉगनाईजेशन का लाभ दिया जा रहा है।

बोकारो स्टील प्लांट में कार्यरत कर्मचारियों की कुल संख्या लगभग 8500 है, जबकि इंटक को लगभग 2500 कर्मचारियों का ही चेक ऑफ सिस्टम के तहत समर्थन प्राप्त है। वहीं, लगभग 6500 कर्मचारी किस यूनियन के वास्तविक सदस्य हैं। यह किसी को पता ही नहीं है। दूसरी तरफ किसी अन्य यूनियन का मेंबरशिप चेक ऑफ सिस्टम के तहत नहीं काटा जाता है।

झारखण्ड सरकार ने बोकारो इस्पात संयंत्र में इंटक के दूसरे गुट चंद्रशेखर दुबे को मान्यता प्रदान किया है। वहीं, बोकारो इस्पात प्रबंधन द्वारा बीरेंद्र नाथ चौबे को रिकॉगनाईजेशन का लाभ दिया जा रहा है। वहीं, बोकारो स्टील वर्कर यूनियन के दोनों गुटों का मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

राज्यसभा में सांसद धीरज साहू के प्रश्न के जवाब मे इस्पात मंत्री ज्योतीरादित्य सिंधिया ने बताया कि बोकारो इस्पात संयंत्र में किसी भी यूनियन को मान्यता प्रदान नहीं किया गया है।
बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ का कहना है कि एक तरफ इस्पात मंत्री संसद में लिखित बयान दे रहे हैं कि बोकारो इस्पात संयंत्र में कोई भी यूनियन मान्यता प्राप्त नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ बीएन चौबे को रिकॉगनाईज्ड यूनियन लीडर के तौर पर एनजेसीएस मे इंटक की तरफ से भाग लेने दिया जा रहा है।

अपने शिकायत पत्र में यूनियन ने औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 के तहत कमेटी काउंसिल का गठन नहीं करने की भी शिकायत किया है। बोकारो इस्पात संयंत्र में प्रबंधन में बंटवारा नहीं किया जा रहा है।

शिकायत निवारण समिति, आवास आवंटन समिति, कर्मचारी कल्याण समिति, ज्वाइंट काउंसिल का गठन नहीं किया गया है, जबकि झारखण्ड सरकार के श्रम विभाग ने अप्रैल 2023 के आदेश में सभी कारखानों को निर्देश दिया है कि हर हालत में कार्यरत कर्मचारियों के साथ कमेटी काउंसिल का गठन करें। शिकायत निवारण समिति का भी गठन करें।

जानिए यूनियन अध्यक्ष व महासचिव का क्या कहना…
हम बोकारो स्टील प्लांट में सेक्रेट बैलेट इलेक्शन के तहत यूनियन चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी यूनियन ने सीएलसी दिल्ली, श्रमायुक्त झारखण्ड, डीएलसी धनबाद तथा निदेशक प्रभारी को पूरे दस्तावेजों के साथ पत्र लिखकर यूनियन चुनाव कराने का मांग किया है।

अगर कार्यपालिका द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाएगा तो हम सभी पक्षों को पार्टी बनाकर न्यायपालिका के शरण में जाएंगे। वर्तमान में अवैध यूनियन तथा अवैध नेता को रिकॉगनाईजेशन का लाभ दिया जा रहा है।
-हरिओम कुमार-अध्यक्ष, बीएकेएस बोकारो

हम कर्मचारियों को एकजुट करेंगे और सभी का साथ लेंगे। कुछ गिरोह द्वारा कर्मचारियों का स्वयंभु नेता बनने का जो नाटक किया जा रहा है, उसका पर्दाफाश करेंगे। हम कर्मचारियों को एकजुट करेंगे, यहां डेपेंडेंट डिप्लोमा अप्रेंटिस iti विस्थापित ऐसे अनेकों गुट बनाकर हमें बाँटने की रणनीति को तोड़ेगे, कंपनी के अंदर हम कर्मचारी है और जब तक एक नहीं होंगे तब तक ये शोषण बन्द नहीं होगा। सभी का साथ लेंगे और आगे बढ़ेंगे। कुछ ठेकेदार गिरोह द्वारा कर्मचारियों का स्वयंभु नेता बनने का जो नाटक किया जा रहा है उसका पर्दाफाश करेंगे
-दिलीप कुमार-महासचिव

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