-कैपिटल रिपेयर शुरू होने से 3 दिन पहले ही एसएमएस-2 के कास्टर में हादसा।
-4 मजदूर गंभीर रूप से झुलसे। केबल जलकर राख, करोड़ों रुपए का नुकसान।
-तीन-तीन दमकल कर्मियों को आक्सीजन और मास्क लगाकर टनल में उतरना पड़ा।
-हर 15 मिनट के बाद तीनों कर्मी वापस लौटते और दूसरा दल अंदर जाता।
-सेक्टर-9 हॉस्पिटल में 4 मजदूरों का चल रहा इलाज, 2 की हालत नाजुक, 2 खतरे से बाहर
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के भिलाई स्टील प्लांट हादसे ने सबको झकझोर दिया है। चार ठेका मजदूर आग से झुलस चुके हैं। 2 मजदूर जिंदगी और मौत से जूझ रहे। आग लगने का कारण अब तक पता ही नहीं चल सका है। जिम्मेदारी तय न होने की वजह से एक जीएम सहित कई अधिकारियों को सस्पेंड करने का आदेश ही रोक लिया गया है।
बुधवार को सस्पेंड किए जाने का आदेश जारी करने की तैयारी है। साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार के डिप्टी डायरेक्टर हेल्थ एंड सेफ्टी आशुतोष पांडेय ने भी एसएमएस-2 के कास्टर नंबर 6 हादसे को गंभीरता से ले लिया है। वह खुद देर शाम तक प्लांट में मौजूद रहे और कारण जानने के लिए जीएम सेफ्टी जीबी सिंह के साथ टार्च की रोशनी में टनल में पहुंचे, लेकिन वहां ब्लैक आउट और जले हुए केबल की दुर्गंध की वजह से वहां से लोग बाहर निकल आए।
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हादसे का कारण अब तक आधिकारिक रूप से पता नहीं चल सका है। एनर्जी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की टीम को बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे मौके पर बुलाया गया है, जो यह चेक करेगी कि कहीं वहां ज्वलनशील गैस तो नहीं है। साथ ही घटनास्थल पर बाल-बाल बचे पांचवीं मजदूर को भी जांच कमेटी ने बुलाया है। सीन रिक्रिएशन किया जाएगा। मजदूर पर ही सबकी नजर है कि आखिर वहां कौन-क्या कर रहा था और हादसा कैसे हुआ।
कैपिटल रिपेयर से पहले हादसा, 5 मजदूर थे मौजूद, बाल-बाल बचा एक बंदा
बीएसपी के स्टील मेल्टिंग शॉप 2 के कास्टर नंबर 6 को 27 या 28 अप्रैल से कैपिटल रिपेयर पर लिया जाना था। मारुती कंस्ट्रक्शन कंपनी कार्य कर रही है। कैपिटल रिपेयर से पहले की तैयारियां की जा रही है। मंगलवार दिन में 5 मजदूर कार्य कर रहे थे। एक मजदूर पेशाब करने के लिए मौके से बाहर आया और अंदर हादसे की चपेट में 4 मजदूर आ गए।
पाइप जोड़ने की प्रक्रिया चल रही थी। वेल्डिंग कार्य के दौरान ही अचानक से आग की लपटें तेजी से बाहर निकली और मजदूर झुलस गए। कपड़े में आग लगने की वजह से चीख-पुकार से कास्टर परिसर थर्रा उठा।
आक्सीजन सिलेंडर लेकर उतरे दमकल कर्मी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग की खबर लगते ही फायर ब्रिगेड की आधा दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थी। जमीन से करीब 20 फीट नीचे और 30 मीटर लंबे टनल में आग पर काबू पाने में करीब ढाई घंटे का समय लग गया। शाम साढ़े 5 बजे आग बुझाने में कामयाबी मिली। लेकिन टनल के अंदर की केबल सुलगती रही और बीच-बीच में आग की लपटें भी निकलती रही।
इसको काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को फोम का सहारा लेना पड़ा। इसके लिए तीन-तीन दमकल कर्मियों को आक्सीजन और मास्क लगाकर टनल में उतरना पड़ा। हर 15 मिनट के बाद तीनों कर्मी वापस लौटते और दूसरा दल अंदर जाता। गैस रिसाव की आशंका को देखते हुए ऐसा किया गया।
पूरा एरिया सील, बुधवार से होगी जांच शुरू
डिप्टी डायरेक्टर हेल्थ एंड सेफ्टी आशुतोष पांडेय ने Suchnaji.com को बताया कि पूरे एरिया को सील कर दिया गया है। बुधवार सुबह 10 बजे से जांच होगी। मजदूरों के साथ वेल्डिंग मशीन, एलपीजी सिलेंडर भी था। अंदर ट्रांसफॉर्मर सुरक्षित है। बिजली का साकेट जला हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि बिजली का लोड पड़ने की वजह से शार्ट सर्किट से आग लगी होगी। टनल में गैस पाइपलाइन तक नहीं है। यह आशंका खारिज हो रही है।
होज पाइप सुरक्षित है। इलेक्ट्रिक फ्लैक्स से इतना खतरनाक हादसा नहीं हो सकता है। एलपीजी और आक्सीजन सिलेंडर सुरक्षित है। वहीं, यह भी आशंका है कि आक्सीजन और चिंगारी की वजह से ज्वलनशील पदार्थ में आग तेजी से फैली होगी…। यह सब जांच के बाद ही पता चल सकेगा। फिलहाल, गैस की जांच की जाएगी। एनर्जी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट चेक करेगी। वहीं, विधायक देवेंद्र यादव ने कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा से बातचीत करके प्रशासन द्वारा पूरी मदद करने की अपील की है। वहीं, सिविल सर्जन भी बीएसपी के संपर्क में बताए जा रहे हैं।
ये है BSP का आधिकारिक बयान
दोपहर 3.15 बजे संयत्र के स्टील मेल्टिंग शॉप क्रमांक 2 के कास्टर क्रमांक 6 के वाटर और एयर टनल एरिया में आग लगने की घटना में मारुति कंस्ट्रक्शन के चार ठेका श्रमिक झुलस गए। चारों को संयंत्र के मेन मेडिकल पोस्ट ले जाया गया, जहां से तत्काल इनको सेक्टर 9 हॉस्पिटल ले जा कर बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया।