CG Election Effect: भूपेश बघेल जब सीएम ही नहीं, तो सलाहकारों की क्या जरूरत, चारों का इस्तीफा

  • छत्तीसगढ़ के निवर्तमान मुख्यमंत्री (CM) भूपेश बघेल के सभी चारों सलाहकारों ने इस्तीफा दे दिया है।

सूचनाजी न्यूज़, रायपुर। इस वक़्त छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बड़ी खबर निकल कर आ रही है। यहां सत्ता परिवर्तन होते ही प्रशासनिक अमले में खलबली मची हुई है। इस्तीफों का कारवां शुरू हो चुका है, तो कई जगह त्याग पत्र देने की तैयारी चल रही है।

ये खबर भी पढ़ें :  CM Face Breaking: छत्तीसगढ़ में नए मुख्यमंत्री को लेकर बड़ा अपडेट, जानें MP और राजस्थान की रिपोर्ट

इसी कड़ी में मुख्यमंत्री सचिवालय (Chief Minister’s Secretariat) से जुड़े इस्तीफे की खबर निकल कर आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के निवर्तमान मुख्यमंत्री (CM) भूपेश बघेल के सभी चारों सलाहकारों ने इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री के एडवाइजरों के त्याग पत्र के बाद प्रदेश सरकार ने एक दिसम्बर से उनकी सेवाओं को समाप्त किया गया है।

साथ ही बतौर मुख्यमंत्री सलाहकार मिलने वाली तमाम शासकीय सुविधाओं को वापस ले लिया गया हैं।

ये खबर भी पढ़ें :  Big Breaking: छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनने से पहले चला बुलडोजर, रायपुर में बड़ी कार्रवाई

हम आपको बता दें कि 2018 में मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल ने चार सलाहकार नियुक्त किए थे। चारों सलाहकार ने एक साथ इस्तीफा सौंप दिया हैं। मुख्यमंत्री के सलाहकारों में राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, पंचायत, ग्रामीण विकास सलाहकार प्रदीप शर्मा, संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी और मीडिया सलाहकार रुचिर गर्ग का नाम सम्मिलित है।

ये खबर भी पढ़ें :  Bhilai Big News: 6 दिसंबर से निगम क्षेत्र में आधार शिविर, सरकार बदलते ही लॉटरी पद्वति से आवास आवंटन स्थगित

सूत्रों की मानें तो चारों सलाहकारों ने तीन दिन पूर्व अपना इस्तीफा प्रमुख सचिव को सौंप दिया था। मुख्य सचिव ने सोमवार को चारों का त्याग पत्र को मंजूर करते हुए आगे की कार्यवाही के लिए जीएडी को प्रेषित कर दिया हैं। जीएडी ने संपदा संचालक को पत्र प्रेषित कर ऑफिसर्स कॉलोनी (Officers Colony) में निवासरत सलाहकारों से आवास को खाली कराने कहा है।

ये खबर भी पढ़ें :  Election Effect Breaking: रायपुर के महापौर खतरे में, ढेबर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, दर्जन भर कांग्रेसी पार्षद भी समर्थन में

मिली जानकारी की मानें तो त्याग पत्र सौंप चुके सलाहकारों को नवंबर महीने की सैलरी और भत्ते भी दे दिए गए है। साथ ही छत्तीसगढ़ ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी ने भी अपना त्याग पत्र डिपार्टमेंटल सेक्रेटरी को भेज दिया हैं।

ये खबर भी पढ़ें :  EPFO की ताज़ा ख़बर: 90% तक एडवांस पैसा ले सकते कर्मचारी, इन जरूरी कामों पर मिलेगा Advance