CITU Union Election: भिलाई स्टील प्लांट के आक्सीजन प्लांट 2 का विभागीय सम्मेलन, इन्हें मिली जिम्मेदारी

CITU Union Election Departmental Conference of Oxygen Plant 2 of Bhilai Steel Plant These People Got Responsibility

ऑक्सीजन प्लांट भिलाई इस्पात संयंत्र के महत्वपूर्ण विभागों में से एक है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। हिंदुस्तान स्टील एम्पलाइज यूनियन भिलाई सीटू के अध्यक्ष विजय कुमार जांगड़े और पीएंडई जोन के सचिव अजय सोनी एवं यूनियन के महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी की मौजूदगी में ऑक्सीजन प्लांट-2 का विभागीय सम्मेलन हुआ।

सम्मेलन में पंजीयन के पश्चात हरीश आडिल को सम्मेलन का अध्यक्ष चुना गया। सम्मेलन के शुरूआत में शोक प्रस्ताव लेते हुए विगत तीन वर्षों के दौरान आक्सीजन प्लांट 2 में जिन साथियों का निधन हुआ या कर्मचारियों के परिजन का निधन हुआ, उन्हें दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी गई।

विभाग के संयोजक बुलु स्वाई द्वारा पिछले 3 साल में ऑक्सीजन प्लांट में यूनियन के कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जिस पर उपस्थित साथियों द्वारा रिपोर्ट पर चर्चा के पश्चात उपस्थित साथियों ने सर्वसम्मति से रिपोर्ट को पारित किया।

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बुलू स्वाई बने संयोजक एवं विजय सिंह बने उप संयोजक

सम्मेलन में विभागीय समिति हेतु पांच सदस्यों का नाम का प्रस्ताव रखा गया, जिस पर विचार के पश्चात उन्हें सर्वसम्मति से चुन लिया गया तत्पश्चात विभागीय समिति के संयोजक के लिए बुलू स्वाई एवं उप संयोजक के लिए विजय सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा गया।

इन दोनों नाम पर विचार करने के पश्चात सम्मेलन में उपस्थित साथियों ने सर्वसम्मति से इन्हें उक्त पदों के लिए चुन लिया। विभागीय समिति के अन्य साथी संदीप गर्ग, भुनेश्वर जांगड़े, जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी है। इसके साथ ही जोनल सम्मेलन हेतु बुलू स्वाई, विजय सिंग, भुनेश्वर जांगड़े, संदीप गर्ग, शम्भू शर्मा, वेद प्रकाश शर्मा, डी पी साहू, हरीश आडिल चुने गए।

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कोरोना में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया था ऑक्सीजन प्लांट ने

महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी ने कहा-ऑक्सीजन प्लांट भिलाई इस्पात संयंत्र का महत्वपूर्ण विभागों में से एक है, जो लिक्विड ऑक्सीजन के साथ साथ तरल नाइट्रोजन और तरल आर्गन बनाने का काम करता है। जब कोरोना महामारी पूरे देश सहित भिलाई में कहर बरपा रही थी, तब कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों के लिए ऑक्सीजन सबसे बड़ा सहारा था।

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उस समय ऑक्सीजन प्लांट 2 में ना केवल सेक्टर 9 के लिए दिन-रात ऑक्सीजन सप्लाई करता रहा, बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों एवं शहरों में भी ऑक्सीजन की आपूर्ति करता रहा एवं लाखों लोगों की जान बचाई। यह ऑक्सीजन प्लांट एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के लिए गर्व का विषय है।

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