खाली क्वार्टर में असामाजिक तत्वों द्वारा कब्जा हो रहा है।
सूचनाजी न्यूज, राजहरा। भिलाई इस्पात संयंत्र के माइंस कर्मियों को सेवानिवृत्ति के पश्चात भिलाई की तरह लाइसेंस पर आवास आवंटित करने की मांग की गई है। मेटल माइंस वर्कर्स यूनियन इंटक दल्ली राजहरा ने कार्यकारी अधिशासी निर्देशक समीर स्वरूप से की है। इसे गंभीरता पूर्वक विचार कर जल्द से जल्द निराकरण करने का भरोसा दिलाया गया है। इससे आवास को लेकर चिंतित सेवानिवृत्त कर्मियों को बड़ी राहत मिलेगी।
खदान कर्मियों को रिटायरमेंट के बाद जीवन भर की कमाई पूंजी से 8 लाख जमा रखने पर ही प्रबंधन आवास में रहने की अनुमति देता था। अब नई स्कीम के तहत राहत मिलेगी। माइंस में कर्मचारियों की संख्या घटने एवं नई भर्ती नहीं होने के कारण क्वार्टर खाली होते जा रहे हैं। इस खाली क्वार्टर में असामाजिक तत्वों द्वारा कब्जा हो रहा है।
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विभिन्न प्रकार के अपराधिक घटनाएं हो रही हैं। पास में रहने वाले कर्मचारियों के परिवार को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस स्कीम के लागू होने से भिलाई इस्पात संयंत्र को आवास किराया, बिजली, पानी के बिल में होने वाले नुकसान सहित क्वार्टर मेंटेनेंस एवं अवैध कब्जों से सुरक्षित रहेगी।
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समीप में रहने वाले कर्मचारियों का परिवार भी सुरक्षित महसूस करेगा। यूनियन द्वारा माइंस की विभिन्न समस्याओं पर सार्थक निर्णय लेने की मांग की गई, जिससे कर्मचारियों का मनोबल कम ना हो एवं उत्पादन प्रभावित ना हो। यूनियन के प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के कार्यवाहक अध्यक्ष अभय सिंह, उपाध्यक्ष लखन बख्शी, कार्यालय सचिव दिनेश कांत, राष्ट्रीय मजदूर यूनियन इंटक बालोद के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र कुमार दिल्लीवार उपस्थित थे।