- अधर्म पर धर्म की विजय का पर्व: देशभर में विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। दशहरा 2025 का पर्व धूमधाम से मनाया गया। एक तरफ मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन तो दूसरी तरफ रावण दहन होता रहा। गुरुवार को देशभर में इसका उल्लास दिखा। घर-घर में रावण जैसी बुराइयों से बचने का संकल्प लिए गए। सोशल मीडिया पर दहशरा की बधाई संदेश दिए गए।
इधर-दुर्ग-भिलाई की प्रतिमाओं का विसर्जन शिवनाथ नदी में सुबह से ही शुरू हो गया था। देर रात तक सिलसिला चलता रहेगा। शाम होते ही रावण दहन की प्रक्रिया शुरू हुई। वैशालीनगर, रिसाली आदि दशहरा मैदान में रावण दहन के लिए हजारों की भीड़ उमड़ी। मेले जैसा नज़ारा दिखा।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के डब्लूआरएस कॉलोनी मैदान में 55वें श्रीराम विजयादशमी उत्सव का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम में विशाल जनसमूह ने रावण दहन और आतिशबाजी का रोमांचक दृश्य देखा और देर तक उत्सव का आनंद लिया।
राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि विजयादशमी का यह पर्व आत्ममंथन का भी अवसर है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि अपने भीतर के अहंकार और बुराई का त्याग कर समाज और राष्ट्र की प्रगति में सकारात्मक भूमिका निभाएँ।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि दशहरा का पर्व अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की और बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश देता है। यह पर्व हमें अपने भीतर के नकारात्मक विचारों और प्रवृत्तियों को त्यागकर सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम, विधायक पुरंदर मिश्रा सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, आयोजन समिति के पदाधिकारी और श्रद्धालुगण उपस्थित थे। दूसरी ओर झारखंड के मुख्यमंत्री Hemant Soren ने पंजाबी-हिंदू बिरादरी द्वारा मोरहाबादी मैदान, रांची में विजयादशमी के अवसर पर आयोजित दशहरा एवं रावण दहन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राज्यवासियों को दशहरा की बधाई और शुभकामनाएं दी।