- EPFO ने अपने सदस्यों के लिए ऑनलाइन दावों की सुविधा शुरू की। 99% दावों का निपटान ऑनलाइन।
- EPF सदस्यों के लिए ऑनलाइन ई-नामांकन सुविधा शुरू की गई।
- उत्तराधिकारियों को सरलता से EPF, पेंशन और बीमा योजना का लाभ।
- EPFO के सदस्यों की संख्या 10 सालों में 11 करोड़ 78 लाख से बढ़कर 29 करोड़ 88 लाख पहुंची।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। भारत आगे बढ़ रहा है। प्रगति की राह पर तेज गति से चल रहा है। विकसित भारत के निर्माण के लिए सरकार ने जो सपने देखें हैं, जो आकांक्षाएं हैं, उन्हें साकार करने में भारत की श्रम शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है।
इसी सोच के साथ देश, संगठित और असंगठित क्षेत्र में काम करने वो करोड़ों श्रमिक साथियों के लिए निरंतर काम कर रहा है। इस श्रम शक्ति को सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर सशक्त बनाने का काम कर रहा है EPFO।
देश की प्रगति में EPFO ने भी अपना योगदान दिया है। EPFO ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of doing business)’ और ‘ईज ऑफ लिविंग (Is of Living)’ के मंत्रों को आत्मसात कर अपनी कार्यशैली में अनेक परिवर्तन किए है। देश के विकास में योगदान देता EPF के विकासक्रम के बारे में आज suchnaji.com News आपको विस्तार से बताने जा रहा है…। यहां आप प्वॉइंटर से समझिए डिटेल…।
1) सरकार ने साल 2014 में यूनिवर्सल अकाउंट नंबर लांच किया था, जिससे प्रत्येक सदस्य को एक विशिष्ट पहचान संख्या मिली और नियोक्ता बदलने के साथ होने वाली परेशानियों से वो बच गया।
2) EPF की सदस्यता के लिए वेतन सीमा को छह हजार पांच सौ (6,500) प्रति से बढ़ाकर 15 हजार रुपए (15,000) प्रति माह कर दिया गया।
3) पेंशनर्स की लाइफ आसान करने के लिए घर बैठे ‘डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र’की शुरुआत की गई।
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4) EPF ने अपने सदस्यों के लिए ऑनलाइन दावों की सुविधा शुरू की। आज 99% दावों का निपटान ऑनलाइन किया जाता है।
5) EPF सदस्यों के लिए ऑनलाइन ई-नामांकन सुविधा शुरू की गई, जिससे उनकी आकस्मिक मृत्यु पर उनके उत्तराधिकारियों को सरलता से EPF, पेंशन और बीमा योजना का लाभ मिल सकें।
6) अब तक कुल दो करोड़ 20 लाख से ज्यादा ई-नामांकन दाखिल किए जा चुके है।
7) डिजिटाइजेशन और सरलीकरण का ही प्रभाव है कि EPFO के सदस्यों की संख्या इन 10 सालों में 11 करोड़ 78 लाख से बढ़कर 29 करोड़ 88 लाख पहुंच चुकी है।
8) कुल कवर्ड इस्टेब्लिशमेंटल की संख्या भी सात लाख 96 हजार (07,96,000) से बढ़कर 21 लाख 23 हजार (21,23,000) तक हो गई है।
09) अब EPFO के पेंशनर्स 75 लाख 59 हजार है।
10) देश भर में अपनी सीमित उपस्थिति की भौगोलिक बाधा को दूर करने और लाभार्थियों के द्वार तक पहुंचाने के उद्देश्य से EPFO ने जनवरी 2023 में अपना मासिक जिला आउटरीज कार्यक्रम निधि आपके निकट 2.0 शुरू किया, जिसके अंतर्गत EPFO देश भर में जिला स्तर पर प्रत्येक महीने की 27 तारीख को कैंप लगाकर सेवाएं प्रदान करता है।
11) अब तक नौ हजार दो सौ दो (9,202) कैंपों में तीन लाख 45 हजार 23 (03,45,023) लोगों ने सेवाएं प्राप्त की है।
12) EPFO प्रयास योजना के तहत अपनी पेंशन योजना के सदस्यों को उनकी सेवानिवृत्ति के दिन ही PPO प्रदान करता है।
13) इतना ही नहीं पिछले 10 सालों में EPFO ने अपने सदस्यों को उनकी बचत पर सर्वोत्तम ब्याज भी दिया है।
14) अपनी सेवाओं के सतत सुदृढ़ीकरण के साथ-साथ EPFO ने संगठन के भौतिक ढांचे को भी मजबूत करने की आवश्यकता को बखूबी पहचाना है।
15) पिछले वर्षों में अनेक कार्यालयों के लिए निजी भवन का निर्माण किया गया है।
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16) EPFO का ग्वालियर (मध्यप्रदेश) क्षेत्रीय कार्यालय ग्वालियर मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर और राजगढ़ की लगभग दो हजार इस्टैब्लिशमेंट में कार्यरत एक लाख सदस्यों और 27 हजार पेंशनरों की सेवा कर रहा है।
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