पेंशनभोगी 80 वर्ष की आयु तक जीवित है तो पेंशन के रूप में मिलेंगे 83 लाख’

  • 70 वर्ष की आयु से पहले मौत पर रकम का क्या होगा, ईपीएफओ इसके बारे में कुछ भी नहीं बता रहा है।

सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 हायर पेंशन (EPS 95 Higher Pension) को लेकर अब भी सवाल उठ रहे हैं। ईपीएफओ ने केरल हाईकोर्ट में हलफनामा दिया है। जिसकी बातों को लेकर पेंशनर्स कल्याण कुमार सिन्हा ने कई सवाल उठा दिया है।

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सूचनाजी.कॉम को बताया कि लुभावने अंदाज में ईपीएफओ हलफनामे में कहता है कि यदि पेंशनभोगी 80 वर्ष की आयु तक जीवित रहता है तो उसे पेंशन के रूप में कुल 83 लाख रुपए मिलेंगे।

लेकिन बड़ी आसानी से इस तथ्य को छुपाने की कोशिश भी करता है कि यदि पेंशनभोगी 70 वर्ष की आयु से पहले मर जाता है, तो पेंशन फंड में निवेश की गई राशि का क्या होगा?

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बता दें कि ईपीएफओ ने अपने हलफनामे में केरल हाईकोर्ट को बताया कि यदि वी.आर. बालू यदि 28.29 लाख रुपए उच्च पेंशन योजना में वापस कर देते हैं तो उन्हें प्रति माह 31,673 रुपए उच्च पेंशन के रूप में अतिरिक्त राशि मिलेगी। इन्हीं के केस के आधार पर 83 लाख रुपए की बात आ रही है। हर केस की अलग-अलग राशि होगी।

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पीएफ पेंशन योजना यह नहीं करता

यह याद रखना चाहिए कि पीएफ पेंशन योजना सरकारी पेंशन योजनाओं की तरह समय-समय पर महंगाई भत्ता या कोई पेंशन संशोधन प्रदान नहीं करती है। चूंकि एक बार तय की गई पेंशन राशि कई वर्षों तक एक समान रहती है, इसलिए मुद्रास्फीति के कारण पेंशन राशि का मूल्य तो घटता रहेगा।

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बड़ी जमा राशि पर कम प्रतिफल

पेंशनर्स का कहना है कि ईपीएफओ के द्वारा पेंशन फंड में भुगतान की जाने वाली 28.29 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि का बैंक एफडी से प्राप्त राशि से तुलना कर देखा जाए तो स्पष्ट है कि ईपीएफओ पेंशनभोगी के साथ न केवल बेईमानी कर रहा है, बल्कि उसे धोखा देने पर भी उतारू है।

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यदि 8.5% ब्याज पर बैंक एफडी तो हर माह मिलेगा 20,039 रुपए

एक सामान्य व्यक्ति भी समझ सकता है कि बैंक में यदि 8.5% ब्याज पर बैंक एफडी में जमा की जाती है, तो व्यक्ति को हर महीने 20,039 रुपए मिलेंगे और जमा राशि सुरक्षित रूप से बैंक खाते में रहेगी। जमाकर्ता की मृत्यु के बाद यह जमा राशि उसके नामित परिजन प्राप्त कर सकते हैं।

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लेकिन ईपीएफओ की पेंशन रकम 31,673 रुपए (जो ईपीएफओ पेंशन के रूप में देता है) में से यदि आप 20,039 रुपए घटा दें, तो पेंशनभोगी को मिलने वाली अतिरिक्त राशि सिर्फ 11,634 रुपए ही होगी।

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एफडी का लाभ तो दिवंगत पेंशनभोगी के परिजन को मिलेगा

इस राशि को 28.29 लाख रुपए तक पहुंचने में 20 साल से अधिक का समय लगेगा। यहां तक कि अगर 11,634 रुपए की अतिरिक्त मासिक आय को 8.5% ब्याज पर आवर्ती जमा में डाल दिया जाता है, तो भी इसे 28.29 लाख रुपए तक पहुंचने में 12 साल लगेंगे।

ऐसे मामलों में, यदि पेंशनभोगी की समय से पहले मृत्यु हो जाती है, तो क्या होगा? बैंक में जमा एफडी का लाभ तो दिवंगत पेंशनभोगी के परिजनों को मिल जाएगा, लेकिन ईपीएफओ में जमा रकम? वह तो ईपीएफओ ही हजम कर लेगा।