- 75 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्ध पेंशनभोगियों को कम पेंशन और पेंशन योग्य वेतन और कम सेवा मिलती है। सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार करे।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) पर एक बार फिर पेंशनभोगी के मन की बात आपके सामने है। न्यूनतम 1000 रुपए से 7500 रुपए होगी या नहीं। सरकार और ईपीएफओ पेंशनर्स की बात क्यों नहीं सुन रही है। आखिर कहां रोड़ा अटका हुआ है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organization-EPFO) की तरफ से कुछ न कुछ बातें सामने आती रही है। अब पेंशनर्स ने भी कहना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर एक पेंशनभोगी रामकृष्ण पिल्लई ने चौडैया मुस्तुरू को संबोधित एक पोस्ट लिखा।
पोस्ट में उल्लेख किया गया कि सरकार कहती है कि ईपीएस (EPS) एक “परिभाषित योगदान और परिभाषित पेंशन योजना है, जहां पेंशन फंड का योगदान और स्वास्थ्य पेंशन के लिए एकमात्र मानदंड है”।
इस पर पेंशनर्स ने कहा-मैं यह नहीं कह सकता कि सरकार 100% गलत है। सरकार से मेरी एकमात्र इच्छा बदलते समय के साथ ईपीएस सदस्यों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए योजना को फिर से तैयार करना है। साथ ही, कम पेंशन योग्य सेवा और पेंशन योग्य वेतन वाले पुराने पेंशनभोगी विशेष ध्यान के पात्र हैं।
भगवान मदद करें
एक पेंशनर्स जस्टिन स्टैनिस्लॉस ने इस पर कमेंट किया। लिखा-हां सर, सही कहा है कि 75 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्ध पेंशनभोगियों को कम पेंशन और पेंशन योग्य वेतन और कम सेवा मिलती है। सरकार को सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए। भगवान मदद करें।
पेंशन संशोधन की आई बात
पेंशनभोगी केएस सावंत ने लिखा-इस प्रकार की पेंशन योजना ईपीएस पेंशन (EPS Pension) का क्या उद्देश्य है। इसका सम्मान किया जाता है। इसके लिए हम पेंशन संशोधन को रोकने के अलावा कुछ भी पूरा नहीं कर सकते हैं।
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