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सरकार की नीतियों के खिलाफ मजदूर-किसान घेरने जा रहे संसद, छत्तीसगढ़ में जागरुकता अभियान

सरकार की नीतियों के खिलाफ मजदूर-किसान घेरने जा रहे संसद, छत्तीसगढ़ में जागरुकता अभियान
  • सरकार के इन मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देश भर के मजदूर किसानो के साथ मिलकर आगामी 5 अप्रैल दिल्ली मे रैली निकालकर संसद भवन का घेराव करेंगे।

सूचननाजी न्यूज, अंतागढ़। केन्द्र सरकार की मजदूर-किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ 5 अप्रैल को मजदूर किसानों का संसद घेराव आंदोलन को कामयाब बनाने के लिए राजमिस्त्री मजदूर रेजा कुली एकता यूनियन के अंतागढ़ इकाई ने मजदूरों के बीच व्यापक प्रचार अभियान किया।

यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष तुलसी राम राणा ने केन्द्र सरकार पर कार्पोरेट परस्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कार्पोरेट मालिक ठेकेदारों के हितों की रक्षा करने आज भाजपा सरकार श्रम कानूनों को समाप्त कर मजदूरो से कानूनी अधिकार को ही छीन लिया है। अब मजदूर मालिकों के गुलाम बन जाएंगे।

श्रम कानून खत्म कर भाजपा सरकार ने मजदूरो के न्यूनतम मजदूरी के अधिकार, 8 घंटे काम का समय सीमा, समान काम के लिए समान वेतन, के सभी कानूनी अधिकार खत्म कर मजदूरो की कानूनी लड़ाई की हथियार को ही छीन लिया हैं।

सरकार के इन मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देश भर के मजदूर किसानो के साथ मिलकर आगामी 5 अप्रैल दिल्ली मे रैली निकालकर संसद भवन का घेराव करेंगे।

इस आंदोलन को सफल करने के उद्देश्य से संगठन के द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जिसके तहत मजदूरों के बीच परचा वितरण, बैठकें सभा आयोजित की जा रही है। इसी कड़ी मे आज अंतागढ मे कार्य स्थल पर जाकर मजदूरों से सम्पर्क कर उनको संसद घेराव के उद्देश्य से अवगत कराया गया है।

प्रचार अभियान मे मुख्य रूप से तुलसी राणा, अजीत बघेल, नरेन्द्र धनकर, यशवंत यादव, रघु ताराम, पिंकू सिन्हा, सिया राम कौढ़ी, नरेन्द्र उइके, शीला यादव, चन्द्रिका पटेल, शर्मिला नादरे, अनिता धनकर, सरिता साहू, रमा तेता, सरिता धनकर उपस्थित थे।