बाढ़: बढ़ते पानी से गहरा सकता है खतरा, इसलिए दुर्ग में आपदा से निपटने की तैयारी शुरू

  • एक दिवसीय बाढ़ एवं आपदा प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित। दुर्ग के तालाब में राहत बचाव कार्य का प्रदर्शन।

सूचनाजी न्यूज, दुर्ग। बाढ़ एवं आपदा प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम दुर्ग नगर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला पोटिया के पिछे स्थित माता तालाब में किया गया। कलेक्टर व अध्यक्ष-इंडियन रेडक्रास सोसायटी पुष्पेन्द्र सिंह मीणा प्रेरणा एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व सचिव डॉ.जे.पी. मेश्राम इंडियन रेडक्रास सोसायटी तथा जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग एवं जिला आपदा प्रबंधन समिति (होम गार्ड) के संयुक्त आयोजन में एक दिवसीय कार्यकम किया गया।

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जिले के शासकीय व अशासकीय विद्यालय एवं महाविद्यालय के एक हजार यूथ व जूनियर रेडक्रास के छात्र-छात्राएं एवं प्रभारीगण सम्मिलित हुए। इसके साथ उक्त कार्यक्रम में आसपास क्षेत्र के रहवासीयों ने भी बड़ी संख्या में सहभागिता निभाई। उक्त बाढ़ एवं आपदा प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम के उद्घाटन में नागेन्द्र कुमार सिन्हा, जिला सेनानी दुर्ग, कार्यक्रम प्रभारी सरिता अग्रवाल, डॉ. रेशमा लकेश गर्ल्स कॉलेज दुर्ग एवं संगीता वर्मा घनश्याम कॉलेज दुर्ग के द्वारा किया गया।

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इस दौरान नागेन्द्र कुमार सिन्हा ने उपस्थित जुनियर एवं युथ रेडक्रॉस के छात्र-छात्राओं को अपने संबोधन में कहा कि आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण हर नागरिक को लेना चाहिए । आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण प्राप्त नागरिक अपने के साथ इससे जरूरतमंद नागरिक की जन हानि को बचाता है ।

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आपदा में फंसे उस व्यक्ति का दृढ़ निश्चय बहुत मजबूत होना चाहिए। सिन्हा ने एस.डी.आर.एफ. (S.D.R.F.) के द्वारा चलाये गये कठिन रेस्क्यू मिशन के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की। कार्यक्रम को सहा. परियोजना अधिकारी श्री विवेक शर्मा ने भी संबोधित किया। सरिता अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया।

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उक्त प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन कार्यक्रम पोटिया स्थित छः एकड़ में फैला हुआ माता तालाब में जिला आपदा प्रबंधन समिति के प्रमुख नागेन्द्र कुमार सिन्हा जिला कमाण्डेट एवं उनके प्रशिक्षको के द्वारा लाइव प्रदर्शन किया गया। इस दौरान प्रशिक्षकों के द्वारा जुनियर रेडक्रास के छात्र-छात्राओं एवं जन मानस को बाढ में प्रभावित एवं फंसे हुए व्यक्तियों को बचाने एवं पानी में डूबते हुए व्यक्तियों को तत्काल प्राथमिक सहायता एवं प्रभावित व्यक्ति के पेट से पानी निकालने की विधि बताई गई।

घनीराम यादव टीम प्रभारी के द्वारा सिमित एवं घरेलू संसाधनो का उपयोग करते हुए कैसे बाढ़ से बचा जाए इसकी जानकारी दी गई । इसके अंतर्गत जैसे खाली 05 प्लास्टिक के पानी बॉटल, 02 खाली टीपा, 2 मटका राफ्ट, गेलन राफ्ट, आदि से बाढ़ से बचा जा सकता है। कार्यशाला के दौरान आपदा प्रबंधन के सदस्यों द्वारा बाढ़ एवं आपदा में उपयोग किये जाने वाले आधुनिक उपकरणो एवं सिमित संसाधनों द्वारा बचाव की जानकारी दी गई।

एस.डी.आर.एफ. के द्वारा स्कोबा डाइविंग करके लाइव डेमो दिया गया, जिसके अंतर्गत पानी में डुबे हुए व्यक्ति को कैसे ढूंढा जा सके। इसके पश्चात फायर फाइटिंग के अंतर्गत आग को बुछाने के भी उपाय छात्र-छात्राओं एवं प्रभारियों को डेमो करके दिखाया गया तथा छात्र-छात्राओं को भी डेमो करने को कहा गया। जिसके अंतर्गत गैस सिलेण्डर में लगी आग को गीले चादर, प्लास्टिक बाल्टी बड़ा, तथा हाथ से बंद करना सिखाया गया।

इसके साथ-साथ शास.उ.मा.वि. उरला के जुनियर छात्र लिकेश साहू ने अपना आज के कार्यक्रम के उपरांत अनुभव बताया कि बाढ़ तथा आग लगने पर कैसे सावधानी रखनी चाहिए तथा अपने आस पास के साधन से इनसे कैसे अपने जीवन को बचाया जा सकता है। इसी प्रकार तिलक कन्या दुर्ग की छात्रा मिली साहू ने बताया कि आग लगने पर हमे अपनी सुरक्षा के साथ-साथ आग कैसे बुझाए इसकी जानकारी प्राप्त हुई। यूथ रेडक्रॉस हरप्रीत सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान प्रभावित व्यक्ति को सी.पी.आर. देना है।

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उक्त कार्यक्रम में विद्यालय एवं महाविद्यालयों के छात्र-छात्रा एवं प्रभारियों ने भाग लिया जिसमें शास.आदर्श कन्या दुर्ग, शास.उ.मा.वि. तितुरडीह, सरस्वती शिशु मंदिर कसारीडीह दुर्ग, शास. महात्मागांधी उ.मा.वि. दुर्ग, विश्वदीप उ.मा.वि. दुर्ग, तुलराम आर्य कन्या उ.मा.वि. दुर्ग, शहीद भगत सिंह स्कुल, रूआंबांधा स्कुल, साईंस कॉलेज दुर्ग, रानीलक्ष्मी बाई स्कुल, सेजस जे.आर.डी. दुर्ग, नेशनल स्कुल दुर्ग, दुर्ग पब्लिक स्कुल, घनश्याम सिंह आर्य महाविद्यालय, अशरफिया पब्लिक स्कुल, देव संस्कृति कॉलेज खपरी, श्री महावीर जैन विद्यालय, सनसाईन स्कुल, सुराना कॉलेज, मदर कान्वेंट स्कुल, तितुरडीह स्कुल, तकियापारा स्कुल, गर्ल्स कॉलेज दुर्ग, सांई कॉलेज से.-6, बोरसी स्कुल, धनोरा स्कुल, सिकोलाभांठा स्कुल, सेजस दीपक नगर, उरला स्कुल, भारतीय महाविद्यालय दुर्ग आदि सम्मिलित हुए।

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उक्त कार्यक्रम में प्रमुख रूप से युवराज देशमुख रेडक्रास जिला संगठक, नीतु रॉय, आर.के. साहू, गायत्री देशमुख, सचिन कुमार शर्मा, संतोष कुमार बघेल, अजय नारायण, कीर्तन पटेल, हिमोनी बघेल, मनोरमा पाण्डेय, रेखा शर्मा, अनिल साहू, संतोषी सोनी, गंगा देवांगन, प्रणिता साहू, श्याम शंकर त्रिपाठी शशी किरण बघेल, अनिता सोनी, राममिलन उर्वाशा, अनिता अरोड़ा, संगीता वर्मा, प्रीति जंघेल, लोमन साहू, कुमुद साहू, डॉ. उमेश वैद्य दानेश्वर प्रसाद, संगीता चौधरी रितेश रहंगडाले, सुशील असाटी, अनिल देवांगन, सुनैना यादव, श्रद्धा साहू, एवं युथ रेडक्रास टीम आदि का सराहनीय सहयोग रहा । कार्यक्रम का संचालन अनिता बर्वे द्वारा किया गया।