- भिलाई स्टील प्लांट के रेल मिल में साल 2004 में बनाई गई पहली 78 मीटर लंबी रेल पटरी को कई स्थानों से काट दिया गया था।
अज़मत अली, भिलाई। Suchnaji.com सकारात्मक पत्रकारिता का पक्षधर है। देश हित और गौरव की बात को प्रमुखता से उठाने का असर दिखा है। रेल-सेल के रिश्ते की निशानी देश की पहली 78 मीटर लंबी रेल पटरी को टुकड़ों में काटने वालों के मुंह पर तमाचा लगा है। प्रमुखता से खबर प्रसारित होते ही सेल प्रबंधन हरकत में आया। आनन-फानन में जिम्मेदार रेल मिल के अधिकारियों की क्लास लगी। देश के गौरव को बरकरार रखे के लिए टुकड़ों में की गई रेल पटरी को जोड़ दिया गया है।
भिलाई स्टील प्लांट के रेल मिल में साल 2004 में बनाई गई पहली 78 मीटर लंबी रेल पटरी को कई स्थानों से काट दिया गया था। यह काम कराने वाले जिम्मेदार अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। राष्ट्र गौरव की निशानी को गैस कटर से काटने वाले नासमक्ष अधिकारियों ने अपनी सोच का परिचय दिया था। इस हरकत से बीएसपी के अधिकारी और कर्मचारी काफी नाराज थे।
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इस पूरे घटनाक्रम को Suchnaji.com ने रविवार को प्रमुखता से ‘Bhilai Steel Plant: देश की पहली 78 मीटर लंबी रेल पटरी को नासमझ अधिकारी ने टुकड़ों में कटवाया, SAIL शर्मसार’ शीर्षक से प्रसारित किया था। इसका फॉलोअप सोमवार के अंक में ‘SAIL BSP: देश की पहली 78 मीटर लंबी रेल पटरी को काटने से तत्कालीन जीएम भरत लाल मायूस, कहा-नासमझ ने नए जमाने में उतार दिया बूढ़े की तस्वीर’ को प्रसारित किया। इस खबर में इस्को बर्नपुर के पूर्व सीईओ एवी कमलाकर और रेल मिल के पूर्व जीएम भरत लाल की प्रक्रिया थी।
दोनों खबर प्रसारित होने के बाद से हड़कंप मच गया था। आरोपित अधिकारी हर तरह से मैनेज करने की कोशिश करता रहा। कहीं आंसू बहाया तो कहीं सूचनाजी.कॉम तक मैनेज करने की कोशिश की गई। लेकिन, खबर का सिलसिला रुका नहीं।
रेल-सेल के रिश्ते की निशानी को बचाने के लिए छेड़ी गई मुहिम में बीएसपी प्रबंधन ने साथ दिया। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद रेल मिल में काटी गई पटरी को दोबारा जोड़ दिया गया। ग्राइंडिंग मशीन से आकार दिया गया। मंगलवार शाम तक काम चल रहा। गोल्डन कलर में रेल पटरी को रंगा गया।